रायपुर। आज अक्षय तृतीया है. छत्तीसगढ़ में इसे अक्ति तिहार कहते हैं. आज के दिन को सभी तरह के कार्य के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. विवाह के लिए यह दिन सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. क्योंकि आज के दिन विवाह के लिए कोई लग्न समय नहीं देखा जाता. अक्षय तृतीया को भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जाती है. छत्तीसगढ़ में अक्ति तिहार के दिन बच्चें गुड्डा-गुड्डी(पुतरा-पुतरी) का विवाह भी रचाते हैं. हालांकि इस बार कोरोना वायरस के चलते इस पर्व पर संकट का छाया है. ऐसे में अक्षय तृतीया पर कोरोना से मुक्ति का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने अपना संदेश दिया है.
छत्तीसगढ़ में इस पर्व की महत्ता को देखते हुए राज्यपाल अनुसुईया उइके ने छत्तीसगढ़ी में बहुत ही सुंदर पंक्तियों के साथ ट्वीट करते हुए प्रदेशवासियों को बधाई दी है.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है-
सब कार्य बर सुघ्घर दिन जेला माने जाथे
लइका मन पुतरी-पुतरा के बिहाव रचाथे
जेन दिन भगवान परशुराम के जयंती मनाथे
उही दिन ह तो हमर अक्ति तिहार कहाथे
जम्मों प्रदेशवासी मन ल आज के ये सुघ्घर दिन के गाड़ा-गाड़ा बधाई. देश-प्रदेश ल कोरोना ले मुक्ति देवाई.
राज्यपाल का छत्तीसगढ़ी में दिया गया अक्ति पर्व पर यह संदेश प्रदेश की लोक परंपरा को जीवित रखने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही उन्होंने देश और प्रदेश को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए आह्वान भी किया है.