सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना वायरस की वजह से त्यौहारों की रौनक फीकी पड़ गई है. आज अक्षय तृतीया का त्यौहार है, जो बड़े ही धुमधाम से मनाया जाता है. लॉकडाउन में ढ़ील की वजह से बाजार तो खुले है, लेकिन खरीददारों की संख्या में कमी आई है. इस बार कुम्हारों के हिस्से सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है.
कुम्हार बताते है कि पहले बहुत ज्यादा कमाई होती थी, लेकिन कोरोना की वजह से सब चौपट हो गया है. हमें दिन भर दुकान खोलने भी नहीं दिया जाता है. जिस वजह से बिक्री पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन दान देना भी शुभ माना जाता है और इस दिन मंदिरों में भारी संख्या में भीड़ लगी होती है, लेकिन इस बार मंदिरों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है.
कुम्हार मुकेश कुमार बताते है कि लगातार तीन दिनों से सुबह से ही इस आस में बैठे रहते है कि आज समान की बिक्री अधिक होगी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है. रोज 100 से 200 रूपए तक की ही बिक्री होती है और यही वो सीजन है जिसमें हमारी कमाई अच्छी होती है, लेकिन इस बार कुछ खास बिक्री नहीं हुई.
कुम्हार राजु चक्रधारी ने बताया कि पिछले साल आमदनी काफी अच्छी हुई, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से समानों की बिक्री पर काफी प्रभाव पड़ रहा है. आज त्यौहार की वजह से 600 रूपए की बिक्री हुई लेकिन उतना काफी नहीं है. इधर प्रशासन की तरफ से भी 2 बजे तक दुकान बंद करने के लिए कहा जाता है हम मजबूर है.