प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. जिला अस्पताल के डॉक्टर, नर्स समेत सभी स्टॉफ ने आज सिविल सर्जन के खिलाफ कलेक्टर और स्वास्थ्य सचिव से शिकायत की है. कर्मचारियों का आरोप है कि सिविल सर्जन सुजॉय मुखर्जी का व्यवहार डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टॉफ के साथ सही नहीं है. छोटी-छोटी बातों पर गाली-गलौच किया जाता है. जब मना किया जाता है तो गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है. यही नहीं एक ओर जहां देशभर में थंब प्रेस पर मनाही है. वहीं आज भी जिला अस्पताल में सिविल सर्जन द्वारा इसका उपयोग करते हुए डॉक्टर व कर्मचारियों की उपस्थिति इसी से की जा रही है.

डॉक्टरों का आरोप है कि एक साथ कई डॉक्टर व कर्मचारी उपस्थिति दर्ज कराने थंब करने पहुंचते हैं, जिससे 5 मिनट भी लेट होने पर दिनभर का पेंमेट काट दिया जाता है. इसका विरोध करने पर देख लेने की धमकी दी जाती है. ऐसे में डॉक्टर व स्टॉफ मानसिक रूप से परेशान है.

कोरोना महामारी से प्रदेश जूझ रहा है. ऐसे समय में डॉक्टरों के साथ इस प्रकार के व्यवहार करने से महामारी से निपटने में दिक्कतें आ सकती है. हालांकि एस्मा लगने के कारण कर्मचारी व डॉक्टर काम बंद नहीं कर रहे हैं, लेकिन सिविल सर्जन को हटाने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है. अगर हटाया नहीं जाता है तो आगे आंदोलन करने की चेतावनी दी है. वहीं इस मामले में सिविल सर्जन से पक्ष जाना चाहा तो वे सवालों का जवाब दिए बिना मौके से रवाना हो गए.

सीएमएचओ की माने तो उनके पास अब तक लिखित शिकायत नहीं पहुंची है, लेकिन सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायत आने की बातें कही जा रही है.  मामले में जांच की बात कही जा रही है.