शिवम मिश्रा, रायपुर. राजधानी में तेजी से फैलते पीलिया को लेकर सांसद सुनील सोनी ने चिंता जताई है. सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोनी ने कहा कि मूल काम छोड़ महापौर और उनके परिषद केवल बयानबाजी कर रहे हैं. इन लोगों की लापरवाही के चलते ही राजधानी रायपुर में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में पीलिया फैला है. पीड़ितों की संख्या एक हजार से भी अधिक हो गई हैं, और ये लोग सरकारी अस्पतालों के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज करा रहे हैं.

सुनील सोनी ने बताया कि रायपुर नगर निगम के अंदर में फिल्टर प्लांट के लिए आज भी किसी विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं हुई है, और जो लोग फिल्टर प्लांट को नहीं समझते हैं वह लोग इसे चला रहे हैं. और रेगुलर जो सफाई होना चाहिए फिल्टर प्लांट में वह नहीं हो रहा है. खारून नदी से जो ग्राउंड वाटर आता है उसकी चेकिंग होनी चाहिए, इस प्रकार का काम नहीं होने के कारण वह सीधा फिल्टर प्लांट से टंकी तक कीड़े जा रहे हैं, और इनकी लापरवाही के कारण पूरी जल व्यवस्था दूषित हो चुकी है. आज हम कह सकते हैं कि 70 प्रतिशत से अधिक रायपुर का हिस्सा पीलिया ग्रस्त हो चुका है और इस चीज को रोका जा सकता था और अभी भी रोकने का प्रयास करना चाहिए.

मैंने आज से 10 दिन पहले भी इस बात को कहा था कि जो समय रहते काम होना चाहिए कि दूषित जल कहीं भी ना पहुंचे इसकी सख्ती होनी चाहिए. अगर कहीं पर लगता है कि नालियों के अंदर जो पाइप सड़ चुके है. ऐसे पाइपों को हमें तत्काल काट देना चाहिए. वहीं पानी सभी जगह जाता है, जिससे लोग प्रभावित हैं. यही सब चीजें करने की आवश्यकता है. इंटरवेल का जो मेंटेनेंस होना चाहिए था वह भी नहीं हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी की जब सरकार थी रमन सिंह मुख्यमंत्री थे, उस समय नगर निगम में तीन जगह एसटीपी लगाने के लिए स्वीकृत हुआ था, उसका पैसा भी नगर निगम को मिला है.

2015 में यह पैसा मिला है और नगर निगम को 2018 तक इसे कंप्लीट कर लेना चाहिए था. लेकिन ये कार्य नहीं हो रहा है  और नगर निगम में भी लगातार कांग्रेस के मेयर बैठे हैं, लेकिन वह केवल बयानबाजी कर रहे हैं. हम कोई बात करते हैं तो उसका गलत उत्तर देकर भ्रम पैदा करने का काम कर रहे हैं.  तीन एसटीपी अभी तक स्थापित हो जाना चाहिए था, पैसे की भी कमी नहीं है, लेकिन काम नहीं करने की जो प्रवृत्ति नगर निगम की है. उसको आने वाले समय के लिए सुधारने की जरूरत है.

इस वक़्त हम किसी प्रकार का आरोप नहीं लगा सकते कि गुपचुप का ठेला खुला है, गन्ना रस खुला है. इस वक़्त सभी कुछ बंद है, अगर आज की स्थिति का टोटल जिम्मेदार कोई है तो नगर निगम में बैठे हुए नुमाइंदे हैं और वहां के अफसर है.  इन समय पर नालियों को साफ करवाना चाहिए. बरसात आने वाली है. नाली का पानी बाहर जाएगा, इससे और पीलिया फैलेगा. इन सभी चीजों को करने में नगर निगम असफल रहा है, इसलिए हमारा सुझाव रहा है कि नगर निगम सड़क पर जाएं और हर दल के पार्षदों से बात करें के आपके क्षेत्र में पानी गंदा आ रहा है तो क्यों आ रहा है?  चर्चा के माध्यम से इसका हल निकाला जाए. साथ ही अनुभवी लोगों के अनुभव को लेकर ठोस पहल करने की नगर निगम को आवश्यकता है. इस समय में जो महापौर है और जो इनकी परिषद है वह शून्य है. लोगों में भ्रम पैदा करके अपनी सक्रियता दिखाने का जो आप सफल प्रयास कर रहे हैं वह शहर में सामने आया है.

पीलिया को फैलने में ना ही जनता की लापरवाही है और ना ही किसी व्यवसाय की, केवल एक मात्र कोई जिम्मेदार है तो नगर निगम के जनप्रतिनिधि, महापौर, उनकी परिषद और वहां के अधिकारी. इन लोगों की लापरवाही के कारण आज पूरा शहर चपेट में आया है.  शहर में तत्काल क्लोरिन की गोलियां बंटवानी चाहिए, जो पूर्व में जनप्रतिनिधि रहे हैं और वर्तमान के जनप्रतिनिधियों से बात कर के कदम उठाना चाहिए. यह मेरा नगर निगम को सुझाव है. ऐसे समय में नगर निगम की सक्रियता और सब से जवाबदेही संस्था कोई है तो नगर निगम है जो व्यक्ति के घर तक की समस्या का निराकरण करने वाली संस्था है और इसीलिए जो स्थानीय सरकार है और स्थानीय सरकार को शहर के नागरिको ने चुना हैं इसलिए इनकी जिम्मेदारी बढ़ी है, जो इन्हें निभानी चाहिए. सांसद सोनी के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव, प्रफुल्ल विश्वकर्मा व सूर्यकांत राठौड़ मौजूद थे.

आरोप लगाने का नहीं, काम करने का समय है- महापौर ढेबर

सांसद के आरोपों पर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि हमने कुछ बयान नहीं दिया है. जहां काम करने गया, वहां दिया है. आरोप लगाना सरल काम है, पहले काम करके दिखाए. महापौर ने पूछा कि सुनील सोनी रायपुर के सांसद हैं, वे कौन सी टंकी में जांच करने के लिये गए हैं, सांसद होने के नाते किस पीलिया पीड़ित मरीज के घर गए. क्यों एक बार जाकर नहीं देखे.

फिल्टर प्लांट में विशेषज्ञों की नियुक्ति नहीं हुई कहते हैं, प्लांट के लिए विशेषज्ञ है. शहर में जो पीलिया फैला है यह सुनील सोनी के समय बिछाए गए पाइप लाइन की वजह से है. फिलहाल पानी का टेस्ट करा दिया है. सब जगह अच्छा पानी आ रहा है. ये बयानबाजी का समय नहीं है. ये काम करने का समय है. अभी हल ढूंढने का है.