सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन के बीच आखिरकार राजस्थान के कोटा में फंसे 2247 छात्र-छात्राएं वापस छत्तीसगढ़ लौट ही गए. यह छात्र 97 बसों में सवार होकर मंगलवार सुबह राजधानी रायपुर पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस सुरक्षा और डॉक्टरों की टीम मौजूदगी में व्यवस्थित ढंग से उतरवाया गया. जिसके बाद कॉम्बो रैपिड किट के माध्यम से छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. अपने प्रदेश लौटने के बाद सभी छात्रों ने छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद दिया.

राज्य में पहुंचे छात्रों में से 281 बच्चे रायपुर, बिलासपुर 76, रायगढ़ 120, जांजगीर चम्पा 69, कांकेर के 16 बच्चे समेत अलग-अलग जिले के छात्र शामिल है. रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर में छात्रों को रखा जाएगा. कवर्धा जिले में बोड़ला और कवर्धा के हॉस्टल में रखने की व्यवस्था की गई है. जहां छात्र 14 दिनों तक आइसोलेशन पर रहेंगे.

आइसोलेशन सेंटर में बच्चों को किसी तरह की असुविधा ना हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है. उन्हें सीधे घर जाने और परिजनों से मुलाकात की अनुमति नहीं होगी. सभी के रहने और खाने की व्यवस्था सरकार करेगी. इसके साथ ही कॉम्बो रैपिड किट से बच्चों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. सेंटरों में पुलिस सुरक्षा और डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी.

इस मामले में सीएमएचओ मीरा बघेल ने बताया कि मेरी जानकारी में है कि 709 बच्चों को रायपुर लाया जा रहा है और 7 अलग-अलग स्थानों पर रखा जाएगा. मेडिकल टीम लगा दी गई है. सभी का आरडी किट से टेस्ट कर स्क्रीनिंग की जा रही है. रास्ते में थकान की वजह से बच्चों को जो भी समस्या हो रही उनके लिए भी दवाइयों की व्यवस्था की गई है.

रैपिड टेस्ट किट नया है. इस कीट के माध्यम से सटीक और अच्छी रिपोर्ट आ रही है. जिसे टेस्ट करने के बाद ही फील्ड में उतारा गया है. काफी बच्चों में सिंपल सर्दी खासी की समस्या को दूर किया जा रहा है. किट के माध्यम से जो परिणाम आएंगे उनके आधार पर बच्चों को अलग किया जाएगा.