रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ के उद्योगों को उबरने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा। राज्य के औद्योगिक संस्थाओं को कच्चे माल की आपूर्ति से लेकर उत्पादन एवं विक्रय की व्यवस्था बेहतर हो सके इसके लिए राज्य सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम आपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फिक्की के पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार यहां के उद्यमियों को कोरोना संक्रमण की वजह से हुए नुकसान की भरपाई के लिए ही अपनी ओर से पहल की है। राज्य के लघु एवं मध्यम उद्योगों को विशेष राहत देने के लिए केन्द्र सरकार से सहायता का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के उद्योग पूरी क्षमता से संचालित हो तथा उनके उत्पादित माल के लिए इस मुश्किल घड़ी में भी बाजार उपलब्ध हो सके, सरकार द्वारा इसके लिए भी आवश्यक उपाय और पहल की जा रही है। इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी वर्गों और विशेषकर उद्योग जगत से मिले सहयोग के लिए सभी उद्यमियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में राज्य के उद्यमियों ने अपने यहां कार्यरत श्रमिकों के रहने एवं उनके भोजन की व्यवस्था की। यही वजह रही कि छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को परेशानी नहीं हुई जबकि अन्य राज्यों में उद्योगों के बंद होने की वजह से न सिर्फ अफरा-तफरी का माहौल रहा बल्कि श्रमिक अपने राज्य वापस लौटने के लिए सड़कों पर उतर आए और उन्हें बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि राज्य में उद्योगों के उत्पादित माल के परिवहन एवं बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने फिक्की के पदाधिकारियों से कहा कि देश के ग्रीन जोन के जिलों में वह अपने उत्पादित माल की सप्लाई आवश्यक एहतियात बरतते हुए करें। इसके लिए आवश्यक होने पर राज्य सरकार अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं अधिकारियों से भी चर्चा कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों से उद्योगों के संचालन के लिए आने वाले कच्चे माल एवं अन्य आवश्यक सामग्री बिना किसी अड़चन के छत्तीसगढ़ आ सके इस संबंध में भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए है। उन्होंने राज्य के उद्यमियों से कहा कि अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ माल लेकर आने वाले मालवाहकों के चालक-परिचालक एवं हम्मालों के ठहरने एवं उनके भोजन की पृथक से व्यवस्था करें और यह भी सुनिश्चित करें कि वे स्थानीय लोगों के संपर्क में न आएं। इसी तरीके का एहतियात अन्य राज्यों में माल की सप्लाई के दौरान भी रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी उद्योगों में फिलहाल 80 प्रतिशत के आस-पास उत्पादन चालू है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में यहां के उद्योग शत-प्रतिशत प्रोडक्शन करने लगेेंगे। मुख्यमंत्री ने वर्तमान स्थिति में उद्यमियों से यह भी आग्रह किया कि वे उद्योग संचालन के लिए स्थानीय श्रमिकों की सेवाएं ले ताकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में राज्य में नियंत्रित रहे।
मुख्यमंत्री बघेल ने फिक्की के पदाधिकारियों से छत्तीसगढ़ राज्य में नवीन उद्योगों की स्थापना के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिए अच्छा माहौल है यह इलाका प्राकृतिक आपदा से पूरी तरह सुरक्षित है। कनेक्टिविटी के भी बेहतर साधन राज्य में है। नए उद्योगों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के श्रमिकों एवं ग्रामीणों को वृहद पैमाने पर गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मनरेगा एवं अन्य शासकीय निर्माण कार्यों को शुरू कर दिया गया है। वर्तमान में मनरेगा के जरिए राज्य में 13 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत हम किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अंतर की राशि का भुगतान भी करने जा रहे हैं। लघु वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी भी राज्य में की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बाजार और क्रेता की स्थिति अन्य राज्यों से बहुत ही बेहतर है। यहां उद्योगों के उत्पादित माल की बिक्री के लिए किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क एवं भवन निर्माण के काम भी राज्य में शुरू कराए जा रहे है ताकि यहां के स्टील एवं सीमेंट उद्योग के उत्पादित माल की खपत हो सके।
फिक्की के अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने छत्तीसगढ़ में उद्योगों की बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए फैसलों एवं नीतियों को उद्योगों के लिए हितकारी बताया। उन्होंने राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों की सराहना की। फिक्की के पदाधिकारी वाय.के. मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से देश और प्रदेश संकट में है। उद्योग जगत भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्योगों द्वारा उत्पादित माल के लिए वर्तमान समय में बाजार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से उद्योग आर्थिक संकट से गुजर रहे है। मोदी ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ राज्य के उद्योगों द्वारा उत्पादित माल के विक्रय के लिए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया। फिक्की के पदाधिकारी रूद्र चटर्जी एवं व्ही.के. शर्मा ने भी स्टील उद्योगों के उत्पादित माल की ट्रांसपोर्टिंग के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया। फिक्की के समन्यवक प्रदीप टंडन ने लॉकडाउन की स्थिति में भी उद्योगों के संचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को और प्रभावी बनाने का आग्रह किया।