बिलासपुर. फुलवारी शिक्षण, युवा कल्याण समिति व यूथ संस्कार फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर राजस्थान से मनु कंबोज एंव‌ लखीमपुर असम से कृष्णा मोहन सिंग ने युवाओं को न्यू जर्नी, न्यू लाइफ विषय में संबोधित करते हुए संघर्षों से भरे अपनी कहानियां युवाओं से साझा किए. राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित नितेश साहू ने बताया कि दो युवा साथियों का अब तक जर्नी आदर्श हैं जिससे प्रेरणा लेकर युवाओं को न्यू लाइफ का शुरुआत करना चाहिए. कार्यक्रम के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित मनु कंबोज ने युवाओं को कौशल युक्त होकर समृद्धि भारत बनाने के लिए प्रेरित किया, जिसके लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने 500 बच्चों को पॉलिथीन बिनने एवं नशा से मुक्तकर समाज के मुख्य धारा में लाया है.

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित कृष्ण मोहन सिंग ने कहा कि युवा लेखकों को अपने कविता एवं कहानियों को सिर्फ डायरी तक सिमित नहीं रखना चाहिए. बल्कि उसे प्रकाशित भी करवाने के लिए संकोच नहीं करना चाहिए, क्योंकि हम लोगों में रविन्द्र नाथ टैगोर से भी बड़ा कवि होने की संभावना है. बहुत से लोग कविता-कहानियों को आलोचना के भय एवं समाज के ताना-बाना के डर से प्रकाशित नहीं करवाते, इन सबको नजर अंदाज करते हुए हमें निरंतर समाचार पत्रों, मैगजीन एवं साहित्य अकादमी इत्यादि मंचों का सदुपयोग प्रकाशन के लिए करना चाहिए.

कार्यक्रम में 125 युवाओं ने पंजीयन किये थे, जिन्होंने साहित्य अकादमी एंव राष्ट्रीय युवा पुरस्कार के नामांकन प्रक्रिया, साहित्य एवं समाज सेवा को कैरियर के रूम में कैसे स्थापित कर सकते हैं. समाज सेवा एवं साहित्य के क्षेत्र के चुनौतियों के संबंध में युवाओं ने प्रश्न पूछे जिनका जवाब अतिथि ने दिया. इस कार्यक्रम का संचालन प्रकृति शर्मा ने किया एवं आयोजन को सफल बनाने अभय दुबे, शिवम मिश्रा, ज्ञानचंद पटेल, भानु प्रताप, कोमल तिवारी, आकांक्षा श्रीवास्तव, प्रकाश झा, अंशु गुप्ता इत्यादि प्रतिभागियों का सहयोग रहा.