रायपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से गुरुवार को मुलाकात कर नर्सिंग होम एक्ट, एस्मा और अन्य कानूनी प्रावधानों की आड़ लेकर सदस्यों को परेशान किए जाने की जानकारी दी. इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने कोरोना वायरस से लेकर अन्य विषयों पर चर्चा कर सुझाव दिए.

आईएमए प्रतिनिधिमंडल ने धमतरी, महासमुंद और बलौदाबाजार जिले में आईएमए के प्रमुख सदस्यों के साथ हुई ज़्यादती और दुर्व्यवहार की सिलसिलेवार जानकारी दी . सदस्यों ने कहा कि इन घटनाओं से स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारू संचालन और सामान्य रूप में आने में अनावश्यक देरी हो रही है. प्रशासनिक अमले के भय दोहन और दुर्व्यवहारपूर्ण कार्रवाई से चिकित्सकों में रोष है.
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, जिससे प्रदेश के सुदूर ग्रामीण, शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों में चिकित्सा कार्यों को सामान्य रूप में फिर शुरू करने के लिए तत्पर चिकित्सकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े.

इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार देश के सभी शासकीय और प्राइवेट चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन सुरक्षा उपकरण (PPE KIT) उपलब्ध कराने का आग्रह किया. स्वास्थ्य मंत्री इस संदर्भ में आश्वासन दिया की भविष्य में तकनीकी रूप से सक्षम कंपनियों से वह रियायती दरों पर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने की कोशिश जारी रखेंगे.

स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ को केंद्र सरकार द्वारा दी जाने इंश्योरेंस राशि को 50 लाख से एक करोड़ किए जाने की ओर दिलाया गया, वहीं सभी सरकारी कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की सहायता और बचाव कार्य में लगे सभी स्वास्थ्य एवं शासकीय कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन राशि भी तय करने की सलाह दी.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर के प्रतिनिधिमंडल में आईएमए छत्तीसगढ़ के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. महेश सिन्हा, डॉ. ललित शाह, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. अनिल जैन, डॉ. आशा जैन और डॉ. विकास अग्रवाल उपस्थित थे.