रायपुर. वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते ग्रामीण जन-जीवन में आया ठहराव अब मनरेगा के अंतर्गत शुरू हुए जल संरक्षण, जल संचय और परंपरागत जल स्त्रोतों के पुनरूद्धार कार्यों से पुनः गतिशील हो गया है. मौजूदा देशव्यापी लॉक-डाउन के दौरान हाल ही में खत्म हुए मार्च और अप्रैल महीने में राजनांदगांव जिले के श्रमिकों के हाथों में मनरेगा मजदूरी के रूप में 49 करोड़ 59 लाख 19 हजार रूपए पहुंचे हैं. इसने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में ऊर्जा का संचार कर उसमें नई जान फूंकी है.

मनरेगा के तहत पूरे प्रदेश की पंचायतों में व्यापक स्तर पर काम शुरू किए गए हैं. राजनांदगांव जिले के 766 ग्राम पंचायतों में अभी 4130 कार्य चल रहे हैं जिनमें एक लाख 78 हजार ग्रामीण काम कर रहे हैं. इनमें प्राथमिकता से शामिल किए गए जल संरक्षण एवं जल संचय के 2901 कार्य भी शामिल हैं. व्यापक स्तर पर काम चालू होने से जहां ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार मिल रहा है, वहीं आगामी वर्षा ऋतु में बारिश की बूंदों को सहेजने का काम भी हो रहा है. शासन के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सभी कार्यस्थलों में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने उपाय किए गए हैं. इन उपायों के अंतर्गत सरपंच एवं ग्राम रोजगार सहायक मेटों के सहयोग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रहे हैं. साथ ही कार्यस्थल पर मास्क या कपड़े से मुंह को ढंककर रखने तथा साबुन से हाथ धुलाई का कार्य भी नियमित तौर पर कराया जा रहा है.

कोविड-19 से उपजे हालातों के बीच हाथों में काम होने से गांववाले राहत महसूस कर रहे हैं. स्थानीय स्तर पर जल संरक्षण एवं जल संचय के कार्यों ने बारिश के दिनों में वर्षा जल के संग्रहण की चिंता से उन्हें मुक्त कर दिया है. पिछले दो महीनों में मनरेगा मजदूरी के रूप में बड़ी राशि के भुगतान ने गांवों का आर्थिक ठहराव दूर कर दिया है. राजनांदगांव जिले में मार्च और अप्रैल में श्रमिकों को कुल 49 करोड़ 59 लाख 19 हजार रूपए का मजदूरी भुगतान किया गया है. पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के अंतिम महीने मार्च में 34 करोड़ 51 लाख 42 हजार रूपए और चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के पहले महीने अप्रैल में 15 करोड़ सात लाख 77 हजार रूपए का मजदूरी भुगतान हुआ है.

राजनांदगांव जिले में अभी जल संरक्षण एवं जल संचय के 2901 कार्य चल रहे हैं. इनमें डबरी निर्माण के 880, सामुदायिक तालाब गहरीकरण के 207, सामुदायिक नवीन तालाब निर्माण के 191, कूप निर्माण के 308, चेकडेम के आठ, गेबियन के 346, एल.बी.सी.डी. के 564, ग्ली प्लग के 95, ब्रशवुड चेकडेम के 166 और डाइक के 136 कार्य शामिल हैं.