पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। लॉकडाउन में फंसे झारखंड के 44 मजदूरों का पहला जत्था रविवार को गरियाबंद से रवाना हो गया है. मजदूरों को राजधानी रायपुर के धर्मपुरा स्थित सत्संग भवन में छोड़ा गया. जहां से इन्हें झारखंड सरकार द्वारा भेजी गई बसों में बैठाकर उन्हें उनके प्रदेश रवाना किया जाएगा.

मिली जानकारी के अनुसार गरियाबंद जिले के अलग-अलग हिस्सों में झारखंड के 44 मजदूर कार्यरत थे, जिन्हें आज झारखंड का प्रभारी बनाए गए गरियाबंद जिले के रेशम विभाग के अधिकारी एसके कोल्हेकर के नेतृत्व में रायपुर रवाना किया गया.

सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल

प्रभारी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मजदूरों को उनके पिकअप स्थान से लेकर रायपुर ड्राप स्थान तक सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया है. एक सीट पर एक व्यक्ति को बिठाया गया है ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो. उन्होंने बताया की सभी मजदूरों को रायपुर के धर्मपुरा में ड्राप करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं. कृषि महाविद्यालय के बाजू में इन्हें ड्रॉप किया जाएगा जहां से झारखंड की बसों में बिठा कर इन्हें उनके प्रदेश के लिए रवाना कर दिया जाएगा.

गरियाबंद के समाजसेवियों को जैसे ही मजदूरों के रवाना होने की जानकारी मिली तो वे गरियाबंद बस स्टैंड पर पहुंच गए और मजदूरों  को रास्ते के लिए फल वितरण किया.