फीचर स्टोरी : विश्वव्यापी कोरोना संकट का असर छत्तीसगढ़ में भी खासा पड़ा है. खास तौर पर छत्तीसगढ़ के उन मजदूरों पर, जो खाने-कमाने के लिए दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर गए हैं. लॉकडाउन में फंसे ऐसे मजदूरों की अब वापसी हो रही है. भूपेश सरकार की ओर से मजदूरों को सुरक्षित लाने का सिलसिला शुरू हो गया है. लेकिन कोरोना प्रभावित राज्यों से आने वाले मजदूरों से प्रदेश में कोरोना का खतरा न फैले यह सबसे जरूरी है. लिहाजा इसके लिए सरकार क्या प्रयास कर रही है…पढ़िए इस रिपोर्ट में-

दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाने राज्य स्तरीय समन्वय प्रकोष्ठ गठित

राज्य शासन ने दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों एवं अन्य लोगों की वापसी के लिए एक राज्य स्तरीय समन्वय प्रकोष्ठ गति की है. राज्य स्तरीय समन्वय प्रकोष्ठ में सचिव स्तर के 6 अधिकारियों को शामिल किया है. अधिकारी भारत सरकार और अन्य राज्य सरकारों से समन्वय एवं आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे. प्रकोष्ठ में शामिल अधिकारियों को अलग-अलग राज्यों से समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नामांकित किया गया है. इन अधिकारियों छत्तीसगढ़ वापसी करने वाले लोग संपर्क कर सकते हैं. सरकार ने सभी नोडल अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं. ये अधिकारी प्रदेश के नागरिकों की राज्य वापसी के साथ ही छत्तीसगढ़ में फंसे दूसरे राज्यों के लोगों को वापस भेजने और यहां से होकर अन्य राज्य जाने वाले नागरिकों के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे. राज्य के भीतर संभागायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से भी समन्वय स्थापित करने का काम प्रकोष्ठ के अधिकारियों को सौंपा गया है.

इन अधिकारियों को दी गई है जिम्मेदारी

IAS सोनमणि बोरा

श्रम विभाग के सचिव सोनमणि बोरा (मोबाइल नंबर – 9993563532) को असम, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के लिए नोडल अधिकारी नामांकित किया गया है. इसके साथ ही वे प्रदेश के श्रमिकों की वापसी के लिए समन्वय और जरूरी व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे.

 


IAS डॉ. कमलप्रीत

खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह (मोबाइल नंबर – 8889212523) को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है. वे सभी राज्यों से लौटने वाले लोगों के लिए परिवहन की व्यवस्था भी देखेंगे.

 


IAS सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी

लोक निर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी (मोबाइल नंबर – 8085422201) को महाराष्ट्र और कर्नाटक की जिम्मेदारी दी गई है.

 


IAS अविनाश चंपावत

जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत (मोबाइल नंबर – 9399273076) को राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है.

 


IAS प्रसन्ना आर.

समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. (मोबाइल नंबर – 8889801079) को तमिलनाडू, पुदुचेरी, केरल तथा शेष अन्य राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए नोडल अधिकारी नामांकित किया गया है.

 


IAS अन्बलगन पी.

पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. (मोबाइल नंबर – 9993314988) को आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, ओड़िशा और झारखंड की जिम्मदारी दी गई है.

 

राज्य शासन ने समन्वय प्रकोष्ठ के अधिकारियों को केन्द्रीय गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रदेश के नागरिकों की वापसी और दूसरे राज्यों के लोगों को उनके गृहप्रदेश वापस भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. सभी अधिकारी इस काम में अपने मूल विभागों के मानव संसाधन का उपयोग कर सकते हैं. सरकार ने जिला प्रशासन, स्थानीय निकायों, श्रम विभाग, उद्योग विभाग, खनिज विभाग, गृह विभाग, परिवहन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और नगरीय प्रशासन विभाग को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. वहीं देश के विभिन्न राज्यों से श्रमिकों की वापसी तथा प्रदेश में कार्यरत दूसरे राज्यों के अपने गृहप्रदेश लौटने के इच्छुक श्रमिकों के बारे में जानकारी श्रम विभाग द्वारा स्थापित राज्य नियंत्रण कक्ष को एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं.


लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों के लिए हेल्पलाईन नम्बर जारी

छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के श्रमिकों की सकुशल घर वापसी और अन्य जरूरी सहायता के लिए हेल्प लाइन नम्बर जारी किए गए हैं. स्टेट हेल्पलाईन नंबरों के लगातार व्यस्तता को देखते हुए वर्तमान 03 हेल्पलाईन नंबर को बढ़ाकर 7 कर दी गयी है जो कि 30 लाईनों के साथ संचालित होगी। यह सभी नंबर सभी राज्यों के लिए उपलब्ध रहेगी. ये हेल्पलाइन नम्बर 24 घंटे कार्यरत रहेंगे.
श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हेल्पलाईन नम्बर के अलावा राज्य वापसी के लिये इच्छुक व्यक्ति अथवा उनके रिश्तेदार के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के संबंधित जिले के कलेक्टर कार्यालय में श्रमिकों, व्यक्तियों के पूर्ण नाम, पता, मोबाईल नंबर एवं आधार कार्ड इत्यादि के विवरण लिखित आवेदन प्रस्तुत करा सकते हैं. अनुमति प्राप्त होने पर, वे आ सकेंगे. हॉटस्पाट जिलों को छोड़कर अन्य जिलों से अपने स्वयं के साधन, व्यय से छत्तीसगढ़ आने वाले व्यक्तियों द्वारा अपनी पूर्ण विवरण के साथ वर्तमान में जहां हैं, उसी राज्य के स्थानीय जिले के कलेक्टर कार्यालय से अनुमति हेतु लिखित आवेदन प्रस्तुत कर एवं अनुमति प्राप्त होने पर, वे आ सकेंगे.

स्टेट हेल्पलाईन नंबर : (1) 0771-2443809
(2) 91098-49992
(3) 75878-21800
(4) 75878-22800
(5) 96858-50444
(6) 91092-83986
(7) 88277-73986

सीमित अवधि के लिए (प्रातः 9.00 बजे से शाम 7.00 बजे तक)

राज्य का नाम हेल्पलाईन नंबर

उत्तर प्रदेश-  75878-21800,
96858-50444

दिल्ली और हरियाणा- 74772-13986

बिहार- 88199-53807

पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी राज्य- 83494-68006

Online link http://cglabour.nic.in/covid19MigrantRegistrationService.aspx

Website http://cglabour.nic.in


छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए मुख्यमंत्री मांगी 28 ट्रेनें

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर उनसे छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए देश के विभिन्न शहरों से 28 ट्रेनों के संचालन का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री ने भारत सरकार द्वारा फंसे हुए मजदूरों की उनके घर तक वापसी के लिए ट्रेनों के संचालन के निर्णय का स्वागत करते हुए मानवीय आधार पर रेल्वे द्वारा ट्रेनों के संचालन की निःशुल्क व्यवस्था करने और ट्रेनों के संचालन के लिए जल्द से जल्द तारीख और समय तय करने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि देश भर में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा भी कोविड-19 का बहादुरी से मुकाबला किया जा रहा है। हमने अपने राज्य में इस महामारी के संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सफलता पायी है.

21 राज्य और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों 1.17 लाख से अधिक प्रवासी कामगार

उन्होंने कहा कि इस समय छत्तीसगढ़ के बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं. हेल्पलाइन और अन्य माध्यमों से प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 1.17 लाख से भी अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे होने की जानकारी है. परिवहन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद संख्या बढ़ सकती है. यदि प्रवासी श्रमिकों के अलावा अन्य लोगों जैसे छात्र, पर्यटक आदि को जोड़ते हैं तो यह संख्या बहुत बड़ी होगी.

इन स्थानों से स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग

मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से जम्मू से रायपुर-बिलासपुर 7 ट्रेनें, लखनऊ से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, कानपुर से रायपुर-बिलासपुर 2 ट्रेनें, चेन्नई से रायपुर-बिलासपुर 1 ट्रेन, बैंगलुरु से रायपुर-बिलासपुर 1 ट्रेन, पुणे से रायपुर-बिलासपुर 2 ट्रेनें, इलाहाबाद से बिलासपुर 1 ट्रेन, दिल्ली से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, हैदराबाद-सिकंदराबाद से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, विशाखापट्नम से रायपुर 1 ट्रेन, सूरत-अहमदाबाद से रायपुर 1 ट्रेन, कोलकाता से रायपुर 1 ट्रेन, जयपुर से रायपुर 1 ट्रेन, पटना से दुर्ग 1 ट्रेन के संचालन का आग्रह किया है.
छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की रेल यात्रा का किराया देगी राज्य सरकार

भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के श्रमिक जो लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं, उनकी घर वापसी के लिए अहम फैसला लेते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन द्वारा लाने पर उनके यात्रा किराया का व्यय भार राज्य सरकार वहन करेगी.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के परिवहन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने रायपुर के डिवीजनल रेलवे मैनेजर एवं नोडल अधिकारी (रेलवे) श्याम सुंदर गुप्ता को पत्र लिखकर राज्य शासन के निर्णय से अवगत कराते हुए छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन हेतु यथोचित आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया है.


मुख्यमंत्री ने की अपील : बाहर से आने वाले न छुपाए जानकारी

मुख्यमंत्री बघेल ने कलेक्टरों को सपष्ट निर्देश दिए हैं कि घर वापसी करने वाले मजदूरों को लेकर किसी तरह की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए. कहीं से अगर कोई शिकायत आई और वह सही पाई गई तो फिर जिम्मेदार कलेक्टर ही होंगे. साथ ही मुख्यमंत्री ने हर एक नागरिक से यह अपील भी की है कि जो कोई बाहर से आ रहा है और अगर इसकी जानकारी है तो वे प्रशासन को अवश्य दें. मजदूरों से भी यही निवेदन किया है कि वे अपनी हर जानकारी सरकार से साझा करे. किसी भी तरह की कोई जानकारी न छिपाए.

वास्तव में अगर देश के अन्य राज्यों की बात करे तो कोरोना संक्रमण के मामले में छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से कहीं बेहतर स्थिति में है. और ऐसा सब संभव हो पाया है सरकार की ओर से समय रहते उठाए गए कदमों से. हम यह पूरी उम्मीद करते हैं कि हमारे राज्य के प्रत्येक लोग सरकार के साथ अपनी जवाबदेही को भी समझेंगे. कोरोना संकट को खत्म करने में, वायरस बचने में हर किसी का योगदान अमूल्य है, अतुल्यनीय. इसलिए तो मुख्यमंत्री कहते हैं….

                                      रहेंगे सजग, करेंगे सतर्क, हर क्षण, हर बखत.
कोरोनो के खिलाफ जीतेंगे जंग, मिलकर आप सबके संग