दिल्ली। सरकार ने कोरोना के कहर से सुस्त पड़ी इकानमी में जान देने के मकसद से लॉकडाउन में कई छूट दे दी। इसके बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ इजाफा हो गया। अब सरकार अपने ही फैसले से कटघरे में आ गई है।

कोरोना वायरस का कहर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। पूरा देश तेजी से कोरोना की चपेट में आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो उन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 46,433 पहुंच गई है। इनमें 32,138 एक्टिव मामले हैं। वहीं, इस महामारी से अब तक 1568 लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि 12,726 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। देश में 24 घंटे में 3900 नए पॉजिटिव मामले सामने आये और 195 लोगों की मौत हुई है। ये अब तक की रिकॉर्ड तोड़ संख्या है। कोरोना से लड़ाई में पहली बार इतनी तादाद में देश में कोरोना पीड़ित मिले हैं।

अब एक दिन में कोरोना पीड़ितों की ताबड़तोड़ संख्या मिलने के बाद सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है। उसके शराब की दुकानों को खोलने के फैसले ने हालात और भी खराब कर दिये हैं। अब लॉकडाउन की धज्जियां हर जगह उड़ती नजर आ रही हैं। ऐसे में सरकार के जिम्मेदार अधिकारी तय करने में लगे हैं कि इस आपदा से आगे कैसे निपटा जाय। फिलहाल सरकारी मशीनरी मंथन में जुटी है।