रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ के मजदूरों की घर वापसी के लिए ट्रेनों की तिथियों की घोषणा रेल मंत्रालय द्वारा जल्दी से जल्दी की जाए. छत्तीसगढ़ सरकार ने तो छत्तीसगढ़ से बाहर के प्रदेशों में फंसे राज्य के मजदूरों की घर वापसी के लिए अपनी ओर से किराया जमा करने की सहमति का पत्र रेलवे को दे भी दिया है.

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने मजदूरों की अपने अपने घर गांव अपने प्रदेश वापसी के लिए विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा तो कर दी, लेकिन अभी तक छत्तीसगढ़ के मजदूरों के लिए देशभर से चलने वाली स्पेशल ट्रेनें चलने की तिथियों की जानकारी केंद्र सरकार या रेलवे द्वारा नहीं दी गयी है. जबकि छत्तीसगढ़ सरकार देश की पहली सरकार है जिसने रेलवे को पत्र लिखकर ट्रेनों की आवश्यकता, संख्या बता दी है और अपनी तरफ से किराया देने की पेशकश भी कर दी थी.

कांग्रेस पार्टी ने भी कहा है कि देश भर में मजदूरों को उनके घर गांव लौटने के लिए रेलवे द्वारा जो स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी उनका किराया कांग्रेस पार्टी वहन करेगी. जरूरत छत्तीसगढ़ के मजदूरों की अपने प्रदेश वापसी के लिए ट्रेनें चलाने की है. यह काम छोटा काम नहीं है. झारखंड की ट्रेनें चल गई, मध्य प्रदेश की ट्रेनें कब चलेंगे इसकी सूचियां मध्य प्रदेश सरकार को बता दी गई लेकिन छत्तीसगढ़ के ट्रेनों की तिथियां अभी तक रेल मंत्रालय द्वारा नहीं बताई गई है. जबकि छत्तीसगढ़ सरकार बाहर के प्रदेशों में फंसे राज्य के मजदूरों की घर वापसी के लिए अपनी ओर से किराया जमा करने का सहमतिपत्र रेलवे को देने वाली देश की पहली राज्य सरकार है.

कांग्रेश संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बाहर के प्रदेशों में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूर विगत 22 अप्रैल से खाली बैठे हैं और खाना राशन रहने और इलाज की तकलीफों का सामना कर रहे हैं. उनके पास की पूंजी समाप्त हो गई है. जो थोड़ी-बहुत मजदूरी करके कमाए गए पैसे थे वह भी समाप्त हो गए और बाहर के प्रदेशों में जो संक्रमण की स्थिति है उसे भी देखते हुए सब अपने घर वापस आना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने इन मजदूरों के आने पर इन्हें क्वॉरेंटाइन किए जाने की पूरी व्यवस्था कर ली है। ट्रेनें चलाई जाने पर सभी यात्रियों की जांच कर ही उन्हें ट्रेन में बैठाया जाएगा। जो चोरी छुपे मजदूर आ रहे हैं और शोषण का शिकार हो रहे हैं उससे मजदूरों को छुटकारा मिलेगा. मजदूरों के साथ-साथ इलाज के लिए प्रदेश से बाहर गए हुए मरीजों अन्य फंसे हुए यात्रियों छत्तीसगढ़ वासियों की छत्तीसगढ़ वापसी की व्यवस्था करने की मांग केंद्र सरकार से फिर से दोहराई है.