दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनियाभर के देश इससे लड़ाई लड़ने में लगे हैं। अब सिख डॉक्टरोंं को ब्रिटेन में अपनी दाढ़ी की वजह से नई दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, ब्रिटिश सरकार ने दाढ़ी होने के कारण कई सिख डॉक्टरोंं को काम से हटा दिया। इतना ही नहीं उन्हें अचानक कई महत्वपूर्ण सेवाओं से भी हटा दिया गया है। अब ब्रिटिश सिख डॉक्टरों ने अपने खिलाफ हो रहे भेदभाव को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने सरकार से अपने साथ हो रहे भेदभाव पर सख्त कदम उठाने की अपील की है। सिख डॉक्टर संघ ने बताया कि कम से कम आधा दर्जन सिख डॉक्टरोंं को एनएचएस अस्पतालों से इसलिए हटा दिया गया, क्योंकि उन्होंने दाढ़ी काटने से मना कर दिया था।
दरअसल, ब्रिटिश स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दाढ़ी की वजह से सिख चेहरे के सुरक्षात्मक गियर ‘फिट टेस्ट’ में पास नहीं हो पाए थे। जिसके चलते उन्हें हटाया गया। सिख डॉक्टर संघ के अध्यक्ष डॉ. सुखदेव सिंह ने कहा कि कुछ डॉक्टरों ने उनकी ड्यूटी से जबरन हटाए जाने को लेकर हमें अवगत कराया। अब हमने इस मुद्दे को सरकार के सामने उठाने का फैसला किया है। हम अपने साथियों के साथ किसी किस्म का भेदभाव नहीं होने देंगे। स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले से ब्रिटेन के सिख डॉक्टरोंं में काफी आक्रोश है।