नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लॉकडाउन में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं. अपनी हरकतों की वजह से भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध तक को खराब कर रही हैं. कोरोना जांच को लेकर सवालों के घेरे में आई ममता बनर्जी ने अब बांग्लादेश की सीमा को सील कर दिया है, जिससे सीमा के दोनों ओर सामान लेकर आने-जाने वाले ट्रकों की लंबी कतार लग गई है. इस कदम को लेकर केंद्र सरकार ने पं बंगाल सरकार को कड़ी चिट्ठी लिखी है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को कड़ा पत्र लिखा है, जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार का आवश्यक सामानों की अंतरराष्ट्रीय आवाजाही को रोकने के इस एकतरफा कदम से भारत सरकार के लिए नुकसानदायक साबित होंगे. उन्होंने लिखा कि इस कदम से बंगाल सरकार न केवल गृह मंत्रालय के आपादा प्रबंधन अधिनियम के आदेशों का, बल्कि केंद्र सरकार को संविधान में प्रदत्त अधिकारों का भी संविधान में दिए गए अधिकारों का भी उल्लंघन है.

भल्ला ने भारत-बांग्लादेश सीमा में ट्रकों के फंसे होने का जिक्र करते हुए एक मई को लॉकडाउन के लिए जारी किए गए आदेश के तहत पड़ोसी देशों के साथ की गई संधियों के सतहत किसी भी राज्य या केंद्र शासित्र क्षेत्र सामानों की आवाजाही नहीं रोकने की बात दोहराई. उन्होंने मुख्य सचिव को भारत-बांग्लादेश सीमा पर बिना कोई देरी के सामानों की आवाजाही की इजाजत देने और बुधवार तक रिपोर्ट देने को कहा है.

इधर पश्चिम बंगाल सरकार ने सभी कायदों का पालन किए जाने की बात कही है. राज्य गृह सचिव अलापन बंधोपाध्याय ने कहा कि लटकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के सभी कायदों का हम पालन कर रहे हैं. जहां तक पेत्रापोल (बांग्लादेश सीमा) की बात है, वहां कुछ पब्लिक इश्यू है. सभी पक्षों को देखने के बाद हम मुद्दे पर तवज्जों देंगे.