नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से दर्दनाक घटना निकलकर सामने आई है. जिसके तार मध्यप्रदेश राज्य से जुड़ रहे हैं. दरअसल औरंगाबाद में एक मालगाड़ी ने पटरी पर प्रवासी मजदूरों को अपने चपेट में ले लिया है. जिससे 16 मजदूरों की मौत हो गई है और 4 मजदूर घायल है. ये सभी प्रवासी मजदूर पैदल मध्यप्रदेश अपने घर आ रहे थे. मजदूर शहडोल जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
यह भयावह हादसा औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन के पास शुक्रवार तड़के सुबह हुआ है. लॉकडाउन की वजह से महाराष्ट्र में फंसे प्रदेश के मजदूर काम बंद होने से पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हो गए थे. रेलवे ट्रक के सहारे वो चलते चले जा रहे थे, उसी दौरान औरंगाबाद-जालना रेलवे लाइन पर मालगाड़ी ने इन्हें रौंद दिया.
इस दर्दनाक घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचकर शवों को पटरी से हटाने का काम किया. दक्षिण सेंट्रल रेलवे की चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर का कहना है कि औरंगाबाद में कर्माड के पास एक हादसा हुआ है, जहां मालगाड़ी का एक खाली डब्बा कुछ लोगों के ऊपर चल गया है.
हालांकि अभी तक मरने वालों की जानकारी सामने नहीं आई है. 21 मजदूर पैदल अपने गांव आ रहे थे. ये मजदूर अपने साथ भोजन के रूप में रोटी भी रखे हुए थे, जो हादसे के बाद पटरी पर बिखरे पड़े हैं. घटना स्थल की तस्वीर बहुत भयावह है. मजदूरों के शव क्षत-विक्षत हो गए हैं.
हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है और रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की हैं और वो स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. आवश्यक हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.
Extremely anguished by the loss of lives due to the rail accident in Aurangabad, Maharashtra. Have spoken to Railway Minister Shri Piyush Goyal and he is closely monitoring the situation. All possible assistance required is being provided.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 8, 2020
औरंगाबाद के ट्रेन हादसे में हुए मजदूरों की मृत्यु पर मुझे गहरा दुख हुआ। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।
— Governor Chhattisgarh (@GovernorCG) May 8, 2020
बता दें कि केंद्र सरकार से अनुमति के बाद राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की बात कह रही है, लेकिन अभी भी कई राज्यों से मजदूरों को नहीं लाया जा सका है. यही वजह है कि मजदूर पैदल ही आने को मजबूर है और इस तरह के हादसे का शिकार हो रहे हैं. इससे पहले भी रास्ते में हुए हादसे में कई प्रवासी मजदूरों ने अपनी जान गंवाई हैं.