रायपुर। भाजपा द्वारा कोरोना सन्कट के समय की जा रही राजनीति को कांग्रेस ने स्तरहीन राजनीति कहा है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा कोरोना जैसी महामारी और राष्ट्रीय त्रासदी के समय में भी एक राजनैतिक दल के रूप में अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझ पा रही है. भाजपा द्वारा राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन को आधार बनाकर कांग्रेस ने भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हए उसकी मंशा पर ही प्रश्न चिन्ह लगाया है.

कांग्रेस ने भाजपा से पांच सवाल पूछा है-

1. भाजपा छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की मांग कर रही है क्या भाजपा अपनी इस मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी करेगी ? केंद्र सरकार से पूछेगी उसने शराब दुकानों को खोलने के निर्देश क्यों दिए ? देश के अन्य भाजपा शासत राज्यों में खुली शराब दुकानों के बारे में रमन, धरम, विक्रम की क्या राय है ?

2. किसानों के धान की अंतर राशि शीघ्र जारी करने की मांग भाजपा किस हैसियत से कर रही है ? क्या छत्तीसगढ़ भाजपा धान पर बोनस देने की मोदी सरकार के द्वारा रोक लगाए जाने पर असहमति व्यक्त करती है ? क्या इस संबंध में भाजपा केंद्र सरकार के रवैय्ये की निंदा करेगी ? क्या यह मांग भाजपा ने सिर्फ इसलिए कर दिया है कि राज्य की कांग्रेस सरकार धान के कीमत की अंतर राशि तो देने ही जा रही है, इसलिए मांग कर के प्रोपोगेंडा कर लिया जाय ?

3. छत्तीसगढ़ भाजपा रेडजोन और हॉट स्पॉट से राज्य में आने वालों को प्रवेश करने देने का दबाव बनाकर राज्य के लोगों को कोरोना संकट की ओर क्यों झोंकना चाहती है ?

4. भाजपा बताए राज्य में उसके 9 लोकसभा के और राज्यसभा के सांसदों ने राज्य के बाहर फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों के बारे में क्या प्रयास किये ? भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने राज्य सरकार की मांग पर मजदूरों को राज्य में वापस लाने स्पेशल ट्रेन चलाने में केंद्र पर दबाव डालने क्या प्रयास किया ?

5. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के आवक और खर्च को सार्वजनिक कर दिया क्या ? भाजपा के नेता प्रधानमंत्री से यह मांग करने का साहस दिखाएंगे की मोदी भी पीएम केयर के आवक और खर्च की राशि को सार्वजनिक करें ?