रोहित कश्यप, मुंगेली। जिला पंचायत मुख्यालय से लगे कुआं ग्राम पंचायत में डब्ल्यूबीएम रोड के ऊपर में कच्ची सड़क निर्माण का मामला उजागर होने के बाद हड़कंप मच गया है. अब यह मामला कलेक्टर तक पहुंच गया है. कलेक्टर ने इस लापरवाही की जांच करने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दे दिए हैं. वहीं शासन के पैसे का दुरुपयोग मामले को छिपाने व सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक के बचाने भाजपा मंडल अध्यक्ष उमाशंकर साहू सामने आ गए हैं. उमाशंकर द्वारा जनपद से लेकर जिला पंचायत के अधिकारियों पर मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करने का दबाव बनाया जा रहा है. इस पूरे मामले को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर प्रसारित होने के बाद पंचायत से लेकर जिला पंचायत में हड़कंप मचा हुआ है.

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मनरेगा में जिले को मिला है पुरस्कार

छत्तीसगढ़ सरकार देशभर में लॉकडाउन  के दौरान मनरेगा में बेहतर कार्य के लिए अव्वल नंबर पर है. ऐसे समय में मुंगेली जिले में मनरेगा के कार्य में इस तरह का मामला सामने आना दुर्भाग्य है. ऐसा मामला खासकर उस जिले के कलेक्टर के रहते आया है, जिन्होंने मनरेगा में बेहतर कार्य के लिए हाल ही में देश के केंद्रीय पंचायत मंत्री के हाथों अव्वल नंबर का पुरस्कार प्राप्त कर जिले का मान बढ़ाया है. ऐसे जिले में अगर निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी तो प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सवाल खड़े जरूर होंगे.

बीजेपी के जिला अध्यक्ष शैलेष पाठक का कहना है कि हमारी पार्टी सैद्धांतिक पार्टी है. भ्रष्टाचार के खिलाफ है. अगर ऐसा कुछ हुआ है तो निश्चित तौर पर इसे संज्ञान में लेकर पार्टी की ओर से तथ्यों की जांच कराई जाएगी. ऐसा सिद्ध हो गया कि भाजपा के पदाधिकारी के द्वारा ऐसे किसी मामले में संरक्षण दिया जा रहा है तो पार्टी उचित कार्यवाही जरूर करेगी.

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैस ने भाजपा के पदाधिकारी द्वारा गलत कार्यो को संरक्षण देना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि किसी भी नेता के दबाव के कारण जांच प्रभावित नहीं होगी. जांच उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्यवाही जरूर होगी. इसके लिए कांग्रेस पूरी तरीके से पुरजोर प्रयास करेगी और इसके लिए कटिबद्ध भी है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर प्रशासन के अधिकारियो से भी चर्चा करेंगे.

इस पूरे मामले में जिला कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने लल्लूराम डॉट में प्रकाशित ख़बर को संज्ञान में लिया है. कलेक्टर ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित किया गया है. बहरहाल यह देखने वाली बात होगी कि इस मामले क्या कुछ कार्रवाई होगी.