रमेश सिन्हा, पिथौरा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आखिरकार राजस्व न्यायालय में सुनवाई शुरु हो ही गई. लेकिन एक ही दिन में सुनवाई के लिए तहसीलदार द्वारा 73 मामले रखे जाने से वकील नाराज होकर लामबंद हो गए. वकील तहसीलदार के समक्ष इसे लेकर आपत्ति जताई, इसके साथ ही उन्होंने कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया.

उन्होंने कहा कि जब शासन ने एडवाइजरी जारी कर लॉक डाउन का पालन करने कहा है. महामारी की वैश्विक आपदा से निपटने के लिए प्रबंधन करने कहा गया है. ऐसी स्थिति में तहसीलदार के द्वारा बड़े पैमान पर प्रकरणों की सुनवाई हेतु नियत किया जाना आपत्तिजनक है.

वकीलों का यह भी कहना है कि उनके पक्षकार दूर-दूर से आते हैं और इतनी बड़ी संख्या में उनको बुला लिया जाता है. लॉक डाउन की वजह से होटल दुकानें सब बंद हैं. दूर से आने वाले सभी भूखे प्यासे बैठे रहते हैं. अधिवक्ताओं की बात सुनते ही एसडीएम ने तत्काल तहसीलदार को फोन लगाकर बहुत ही आवश्यक प्रकरणों की सुनवाई के निर्देश दिए हैं.