सुकमा – कोरोना के संक्रमण से पूरा विश्व भयभीत है। कोरोना के इस संक्रमण से बचने की कोशिश सभी लोग कर रहे हैं । इसका प्रभाव स्वास्थ्य के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी बहुत अधिक पड़ा है। आर्थिक गतिविधियों के धीमे होने का असर गरीबों पर कम से कम पड़े और उन्हें भोजन की चिंता न हो, इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ने कई कदम उठाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार सुकमा जिले में लोगों को निःशुल्क राशन उपलब्ध कराने के साथ ही नए राशन कार्ड भी प्राथमिकता के साथ बनाये गए, ताकि किसी को भूखा न सोना पड़े। जिले के 3898 नए परिवारों के लिए राशन की समस्या दूर हो गई है। इन सभी परिवारों को राज्य सरकार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत् प्रचलित राशन कार्ड बना कर दिया गया। इसके अन्तर्गत प्राथमिकता श्रेणी बीपीएल के 1843 और एपीएल श्रेणी के 2055 नए राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न प्रदान किया जा रहा है। ऐसे परिवार जो वास्तविक रूप से इस योजना के हकदार हैं और जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, ऐसे वंचित पात्र परिवारों को पीडीएस योजना के तहत् नया राशन कार्ड शीघ्र बनाने के निर्देश कलेक्टर चन्दन कुमार ने खाद्य अधिकारी को दिया था।

जिले के गरीब परिवारों को जहां अप्रैल और मई माह का राशन निःशुल्क उपलब्ध कराया गया था, वहीं जून माह का चावल भी निःशुल्क प्रदान करने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। खाद्य अधिकारी के आर पिस्दा ने बताया कि राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत् जिले में राशन कार्ड नवीनीकरण के बाद अन्त्योदय एवं प्राथमिकता श्रेणी के 62497 बीपीएल परिवारों के राशनकार्ड जारी किए गए हैं।

जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के अन्तर्गत राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस महामारी काल में अप्रैल 2020 से जून 2020 तक हितग्राहियों को निःशुल्क चावल एवं नमक का वितरण किया जा रहा है। इसके साथ ही चना भी निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण लाॅकडाउन की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में राशनकार्ड विहीन पात्र परिवारों का चिन्हांकन कर बीपीएल अन्त्योदय व प्राथमिकता श्रेणी के 1843 एवं एपीएल श्रेणी के 2055 सहित कुल 3898 नए राशन कार्ड जारी कर खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त शासन के निर्देशानुसार सभी ग्राम पंचायतों में दो क्विंटल चांवल भण्डारण कर जरूरतमंद परिवारों को वितरण किया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अंत्योदय राशनकार्ड में प्रत्येक सदस्य को तीन माह की अतिरिक्त पात्रता 15 किलो प्रति सदस्य (5 किलो प्रति सदस्य प्रति माह) है। इस तरह से अंत्योदय राशनकार्डधारियों को जून महीने के लिए चावल वितरण की जा रही है, जिसमें एक सदस्य वाले कार्ड को जून महीने का नियमित आबंटन 35 किलो के साथ अप्रैल से जून तक अतिरिक्त चावल 15 किलो के साथ जून महीने के लिए कुल 50 किलो चावल का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। इसी तरह दो सदस्य वाले कार्ड को नियमित आबंटन 35 किलो के साथ तीन महीने का अतिरिक्त चावल 30 किलो के साथ कुल 65 किलो, तीन सदस्य वाले कार्ड को 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 45 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर 80 किलो, चार सदस्य वाले कार्ड को 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 60 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर 95 किलो और 5 सदस्य वाले कार्ड पर 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 75 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर 110 किलो चावल निःशुल्क दिया जा रहा है।

प्राथमिकता राशनकार्डधारियों को जून महीने में चावल वितरण की मात्रा के तहत् 5 से अधिक सदस्य वाले राशनकार्ड में तीन माह का अतिरिक्त आबंटन 9 किलो प्रति सदस्य (3 किलो प्रति सदस्य प्रति माह) है। इस तरह से एक सदस्य वाले राशनकार्ड को जून महीने में 10 किलो, दो सदस्य वाले राशनकार्ड को 20 किलो, तीन सदस्य वाले राशनकार्ड को 35 किलो, चार सदस्य वाले राशनकार्ड को 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 15 किलो अतिरिक्त आबंटन मिलाकर 50 किलो, पांच सदस्य वाले राशनकार्ड को 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 45 किलो अतिरिक्त आबंटन मिकाकर 80 किलो और छह सदस्य वाले राशनकार्ड को 42 किलो नियमित आबंटन के साथ 54 किलो अतिरिक्त आबंटन मिलाकर 96 किलो चावल जून महीने में के लिए निःशुल्क दिया जा रहा है। अन्नपूर्णा, एकल निराश्रित, निःशक्त जन राशनकार्ड में जून महीने के नियमित मासिक आबंटन का निःशुल्क वितरण किया जाएगा। सामान्य राशनकार्डों में पूर्व से प्रचलित पात्रता एवं निर्धारित मूल्य के अनुसार वितरण किया जा रहा है।