रायपुर- कोरोना आपदा के बीच छत्तीसगढ़ बीजेपी ने पीएम केयर्स के लिए 50 करोड़ रूपए राशि जुटाने का लक्ष्य रखा है. संगठन ने अब तक करीब 25 करोड़ रूपए जुटाकर पीएम केयर्स में डोनेट कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा  सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता ही नहीं, संगठन ने अन्य लोगों को भी राशि डोनेट करने के लिए प्रेरित किया.

लाॅकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ बीजेपी ने पीएम केयर्स में राशि जुटाने का लक्ष्य रखा था. सभी कार्यकर्ताओं को 100-100 रूपए पीएम केयर्स में डोनेट करने की अपील की गई थी. साथ ही हर कार्यकर्ता को 10-10 लोगों को इस अभियान से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया था. बकौल डाक्टर रमन सिंह अब तक डोनेट की गई राशि 25 करोड़ को पार कर गई है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा है कि करीब 50 रूपए जुटा लिया जाए.

कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव रोकने लागू किए गए लाॅकडाउन के बीच भले ही तमाम राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे, लेकिन बीजेपी संगठन ने राष्ट्रीय स्तर से लेकर मंडल स्तर तक कोरोना आपदा के विरूद्ध जनसहयोग अभियान जारी रखा. संगठन की ओर से रोजोना जरूरतमंदों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय रसोई चलाई गई. गरीबों को सूखा राशन वितरित किया. संगठन ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए रोजाना किए गए कार्यों की ब्रीफ्रिंग भी ली. पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि लाकडाउन में संगठन की गतिविधियों को करीब से जानने एक नए तरीके से बैठक लेने का तरीका समझ आया. ऐसा कोई दिन नहीं गया कि वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए हम राष्ट्रीय पदाधिकारियों से नहीं जुड़े. राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव के साथ बैठते हैं. अलग-अलग राज्यों में क्या मूवमेंट चल रहा है, उसकी ब्रिफिंग होती है. जूम एप, गो टू मीटिंग के जरिए संपर्क होता है. उन्होंने कहा कि चार सौ मंडल अध्यक्षों से सीधी बातचीत हम लोगों ने की है. बस्तर, सरगुजा, राजनांदगांव, कवर्धा में कार्यकर्ता बैठा है. यह पूरा सिस्टम खड़ा हुआ है. दिल्ली से चलकर राजधानी तक और राजधानी से आखिरी बूथ तक मैं वीडियो कांफ्रेसिंग कर रहा हूं, इस टास्क पर हम काम कर रहे हैं. जो प्रधानमंत्री ने कहा था. पूरे कार्यकर्ताओं को एक्टिव करने का काम हमने किया था. सिर्फ बीजेपी तक नहीं बीजेपी के अलावा भी लोगों को पीएम केयर्स में जोड़कर राशि जुटाई जा सके. आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के लिए नीचले स्तर के कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने का काम हो रहा है. बड़ी तादात में लोग डाउन लोड कर रहे हैं. लाकडाउन के पहले और दूसरे दौर में भी तीन कामों की मानिटरिंग होती थी. फेस मास्क कितने बंटे, कितनी जगह किचन चल रहा है. पका भोजन, सूखा राशन कितना बंट रहा है.टारगेटेड एप्रोच दिया गया. जहां सरकारी सेवा नहीं पहुंच रही वहां पहुंचे. दिल्ली की योजनाओं को बताए.

डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि सरकार कुछ नहीं कर पा रही है. सरकार की असफलता को भी उजागर करते रहना चाहिए. राज्य सरकार ने भी अब तक कोई बड़ा काम नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जब वीडियो कांफ्रेसिंग करता हूं तो मुझे खुशी होती है कि संचार क्रांति योजना की शुरूआत हमने की थी. जिसकी आलोचना करने वाले आज सत्ता में बैठे हैं. एक हजार 600 मोबाइल टावर खड़े कर दिए थे. इन्हें तो गिनती गिरने में भी दिक्कत् होगी. सरकार में हम होते तो यह शत प्रतिशत हो चुका होगा. अभी 60 फीसदी काम ही हुआ था. 50 लाख मोबाइळ बांटे थे. हर पंचायत से वीडियो कांफ्रेसिंग हो सकती है, यह संचार क्रांति का बहुत बड़ा नमूना है.