रायपुर। पूर्व सीएम अजीत जोगी के इलाज में देशभर के अलग-अलग चिकित्सको से परामर्श लिया जा रहा है. उनकी हालत पहले जैसे ही गंभीर बनी हुई है, लेकिन वेंटिलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है. इसके साथ ही राइसल ट्यूब के जरिए निरंतर आहार दी जा रही है. अभी भी जोगी कोमा में है और डॉक्टरों की टीम उनके मष्तिष्क को एक्टिव करने में लगे हैं.

जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार श्री नारायणा हॉस्पिटल के न्यूरो फिजिशियन डॉ. छत्रपाल सिंह साहू और डॉ. विवेक त्रिपाठी व न्यूरोसर्जन डॉ. रुपेश वर्मा उनके मष्तिष्क का लगातार परिक्षण कर रहे हैं. डॉक्टरों द्वारा टीसीडी, वीएनएस, इंफ्रारेड रेडिएशन समेत विभिन्न तकनीके से उनके मष्तिष्क को क्रियान्वित करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अभी तक उनके मष्तिष्क की स्थिति पहले जैसी ही बनी हुई है. 

श्री नारायणा हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा देश-विदेश के विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों से अजीत जोगी के मष्तिष्क के हर संभव इलाज के बारे में लगातार चर्चा की जा रही है. शनिवार को अस्पताल के डॉक्टरों, पत्नी डॉ. रेणु जोगी और बेटे अमित जोगी ने कांफ्रेंस कॉल के जरिये बेंगलुरु स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेन्टल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (निम्हांस हॉस्पिटल) के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजीब सिन्हा से जोगी के स्वास्थ्य के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की. चर्चा के बाद डॉ. सिन्हा समेत सभी डॉक्टरों का यह मत रहा कि जोगी को वर्तमान में दिए जा रहे इलाज को अभी ऐसे ही जारी रखा जाए. इस दौरान उनके स्वास्थ्य पर लगातार नज़र रखी जाए.