रायपुर। प्रदेश सरकार द्वारा जिला पंचायतों को क्वारेंटाइन सेंटर्स में बुनियादी ज़रूरतों की व्यवस्था करने के लिए पत्र जारी करने पर भाजपा ने सवाल उठाया है. भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वह सर्वदलीय समिति बनाकर प्रदेश के किन्हीं भी 10 क्वारेंटाइन सेंटर्स का निरीक्षण करा ले तो व्यवस्थाओं के जमीनी सच का पता चल जाएगा.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश शासन क्वारेंटाइन सेंटर्स के इंतजाम को लेकर कतई गंभीर नहीं है. प्रदेश का एक भी क्वारेंटाइन सेंटर व्यवस्थाओं के लिहाज से परिपूर्ण नहीं है, और तमाम क्वारेंटाइन सेंटर्स प्रदेश सरकार की बदइंतज़ामी और बदनीयती की दास्तां कह रहे हैं. ये क्वारेंटाइन सेंटर्स किसी सराय से कम नहीं रह गए हैं.

उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों को इन क्वारेंटाइन सेंटर्स के संचालन का जिम्मा सौंपा गया है, उन्हें प्रदेश सरकार की ओर आर्थिक संसाधन ही मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं. केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश में आपदा मद में राशि दी जा चुकी है, जिससे इन क्वारेंटाइन सेंटर्स की व्यवस्थाएं दुरुस्त रहे. भाजपा लगातार इन सेंटर्स की खामियों प्रदेश सरकार का ध्यान खींच रही है, लेकिन सरकार सुधार के लिए जरा भी गंभीर नहीं दिख रही है.

शिवरतन शर्मा ने कहा कि कोरोना-काल से जूझते प्रदेश में सरकारी सहायता का क्रूर और बेहद शर्मनाक जमीनी सच राजधानी के कंटेनमेंट ज़ोन सड्डू की बीएसयूपी कॉलोनी में शनिवार की रात दिख चुका है, जहां लोगों ने कहा कि कोरोना से पहले तो लोग फूड प्वॉइजनिंग से अनहोनी के शिकार हो जाएंगे.

उन्होंने कहा कि यही बदहाली और बदइंतज़ामी पूरे प्रदेश के क्वारेंटाइन सेंटर्स का भी दमीनी सच है, जिसके चलते इन सेंटर्स में आत्महत्या, सर्पदंश से मौत और लोगों के वहाँ से भाग जाने की घटनाएं रोज सामने आ रही है.