रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य भाजपा नेताओं द्वारा झीरम नरसंहार पर की गई बयानबाजी पर कांग्रेस ने कहा इन बयानों से भाजपा की बदनीयती साफ झलक रही है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य व वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह के दिल में काला नहीं है और नीयत में खोट नहीं तो मोदी सरकार को कहें झीरम की फाइल राज्य सरकार को वापस करे. ताकि झीरम की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी अपना काम कर सके.

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि झीरम रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते तत्तकालीन भाजपा सरकार के माथे पर बेगुनाहों के खून का लगा वह दाग है जो कोरी बयानबाजी से नहीं मिट सकेगा. क्या कारण है झीरम की जांच नहीं होने दिया जा रहा ? जब बिना किसी निष्कर्ष पर पहुंचे एनआईए ने झीरम की जांच बंद कर दिया, तब भाजपा की केंद्र सरकार मामले की फाइल क्यों वापस नहीं कर रही है ? आखिर किसको बचाने या कौन सा तथ्य छुपाने झीरम की जांच फिर से शुरू करने में भाजपा की केंद्र सरकार अड़ंगेबाजी लगा रही है ?

झीरम हत्याकांड देश का सबसे क्रूर राजनैतिक हत्याकांड था. इसमें कांग्रेस के नेताओं की पूरी पीढ़ी को मार दिया गया था. कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा किसके आदेश पर हटाई गई थी ? हत्यारों ने शहीद नन्द कुमार पटेल, शहीद दिनेश पटेल की शिनाख्त कर के हत्या क्यों किया ? ऐसे अनगिनत सवाल है जिनका जबाब प्रदेश की जनता जनना चाहती है. इन सवालों के जबाब निष्पक्ष जांच से ही सामने आएंगे.

उन्होंने कहा कि क्या कारण है जो भाजपा नहीं चाहती झीरम का सच सामने आए ? जब राज्य में भाजपा की सरकार थी तब विधान सभा में घोषणा के बाद सीबीआई जांच की अनुशंसा रमन सरकार ने क्यों नहीं किया ? न्यायिक जांच आयोग और एनआईए की जांच के दायरे में षड्यंत्र को जांच का बिंदु क्यों नहीं बनाया गया ? जैसे ही केंद्र में यूपीए सरकार की जगह भाजपा की मोदी सरकार बनी एनआईए ने मामले की जांच की खानापूर्ति कर बंद क्यों कर दिया ? भाजपा और रमन सिंह झीरम की जांच के नाम पर बौखला क्यों जाते हैं ? भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए इस दुर्दान्त नरसंहार की जांच भाजपा क्यों नहीं होने देना चाह रही है ?