रोहित कश्यप, मुंगेली। लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेश से लौट रहे श्रमिकों को 14 दिन कवारेंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है. अनेक सेंटरों से अव्यवस्था की शिकायत और कई जगह क्वारेंटाइन सेंटर से लोगों के भागने की खबर आ रही है. लेकिन ग्राम बांकी में दूसरी ही तस्वीर देखने को मिल रही है, यहां क्वारेंटाइन में रह रहे लोग रचनात्मक कार्य में समय बीता रहे हैं.

ग्राम बांकी सरपंच व होल्हाबाग नवयुवा समिति द्वारा प्रेरित किए जाने पर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बांकी के कवारेंटाइन सेंटर में रुके मजदूर विद्यालय परिसर में इस विपरीत समय को यादगार बनाने पौधरोपण कर रहे हैं, साथ ही समिति द्वारा पूर्व में रोपित किये गए (लगभग 200) पौधों के आस-पास उग आए खरपतवारों का साफ-सफाई एवं मिट्टी की खुदाई कर रोजाना खाद व पानी डाल रहे हैं.

इस पर कवारेंटाइन सेंटर में महाराष्ट्र से आये मजदूर कुँवर सिंग यादव और दयादास निर्मलकर का कहना है कि गांव के युवाओं की संस्था गांव को हराभरा बनाने के लिए पिछले कई वर्षों से काम कर रही है, तो हमारा भी दायित्व बनता है कि सहयोग करें. होल्हाबाग नवयुवा समिति के सचिव नागेश साहू ने दूसरे लोगों से कहा कि आप सब भी अपने गांव के क्वारेण्टाईन सेंटर अर्थात विद्यालयों में ठहरे मजदूरों को ऐसा करने प्रेरित जरूर करें.