हेमंत शर्मा,रायपुर। छत्तीसगढ़ में आमतौर पर मानसून जून के दूसरे हफ्ते में दस्तक दे देता है, लेकिन इस बार इसके पहुंचने में देरी होगी. क्योंकि अरब सागर में लो प्रेशर बनने के कारण मानसून अभी केरल नहीं पहुंचा है. अभी मौसम में सिर्फ प्री-मानसून की वजह से बारिश हो रहा है.

इससे पहले एक जून को केरल में मानसून दस्तक देने वाला था. केरल में मानसून के पहुंचने के बाद छत्तीसगढ़ आने में 10 से 15 दिन का समय लगता है. वर्तमान में प्री-मानसून की वजह से छत्तीसगढ़ में बारिश हो रही है. इसलिए प्रदेश के अनेक स्थानों में मौसम में परिवर्तन हो रहा है. छत्तीसगढ़ में मानसून 10 जून के बाद पहुंचने का आसार था, लेकिन अब देरी होगी.

मौसम वैज्ञानिक संजय बैरागी ने बताया कि केरल में एक जून को मानसून पहुंचने का अनुमान था, लेकिन केरल के उस तरफ अरब सागर में कुछ दिनों से एक लो प्रेशर बना है. यह लो प्रेशर सिस्टम धीरे-धीरे डिप्रेशन और डिपडिप्रेशन बन रहा है. साथ में कर्नाटक के तट से थोड़े दूर होते हुए महाराष्ट्र और गुजरात तरफ यह जा रहा है. हो सकता है 3 जून तक साइक्लोन में भी कन्वर्ट हो जाए. इस कारण एक जून को जो मानसून आने वाला था वो डिस्टर्ब हो गया. अब जब तक यह नार्मल न हो जाए तब तक मानसून की स्थिति बनना संभव नहीं है. छत्तीसगढ़ में मानसून को लेकर अभी अनुमान लगाया नहीं जा सकता, क्योंकि जब तक केरल में आएगा. जिसके बाद छत्तीसगढ़ पहुंचेगा. हालांकि केरल में पहुँचने के बाद छत्तीसगढ़ आने में दस से पंद्रह दिन का समय लगता है.