रायपुर। लॉकडाउन की वजह से स्कूलों के साथ कॉलेजों की भी शैक्षणिक गतिविधियां ठप पड़ी है, ऐसे में बच्चों की सबसे ज्यादा चिंता परीक्षा को लेकर है. उच्च शिक्षा विभाग ने महीनों की कश्मकश के बाद कुलपतियों की समिति से मिले सुझाव के बाद फर्स्ट और सेकंड इयर की परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया है, वहीं फाइनल इयर और फाइनल सेमेस्टर के छात्रों को परीक्षा देनी होगी.

उच्च शिक्षा विभाग की ओर से उप सचिव जीएल सांकला की ओर से जारी आदेश में फर्स्ट और सेकंड इयर की जितनी भी परीक्षा हो गई है, उनका मूल्यांकन करने के साथ बचे हुए प्रश्नपत्रों के प्राप्तांक की गणना बीते वर्ष के प्राप्तांक, आंतरिक मूल्यांकन, असाइनमेंट कार्य के आधार पर की जाएगी. विश्वविद्यालय इन तीन विकल्पों में से एक या एक से अधिक विकल्प का चयन कर सकते हैं.

इसी तरह अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा लॉकडाउन के समाप्त होने के पश्चात सभी विश्वविद्यालयों के निर्देश पर मिले सुझाव के आधार पर विचार करने के बाद एसओपी का पालन करते हुए ली जाएगी. इसके पहले सभी महाविद्यालयों से पाठ्यक्रम पूर्ण होने का प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा.

इसके अलावा पूर्व विद्यार्थियों के लिए आगामी शैक्षणिक सत्र एक अगस्त और नवीन विद्यार्थियों के लिए एक सितंबर से शुरू करने का सुझाव दिया गया है.