रायपुर। कर्नाटक में फंसे छत्तीसगढ़ के लगभग 360 श्रमिकों को अगले दो दिनों में हवाई जहाज से रायपुर लाया जायेगा. नालसार हैदराबाद, नेशनल लॉ युनिवर्सिटी बंगलुरु और छत्तीसगढ़ की समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट व वी द पीपल संस्था की पहल पर इन श्रमिकों को रायपुर लाया जा रहा है.

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिकों के लिये इस पहल पर संस्थाओं को बधाई दी है. नालसार के सदस्यों से संपर्क का काम अनुपम सिसोदिया ने किया, जबकि इन श्रमिकों के चिन्हांकन से लेकर उनके आगमन तक का काम समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट की मंजीत कौर कर रही हैं. वहीं विनयशील संस्थाओं और सरकार के बीच समन्वय का काम कर रहे हैं.

चार जून के लिए नेशनल लॉ युनिवर्सिटी बंगलुरु ने हवाई यात्रा की व्यवस्था की है. इसमें लगभग 180 श्रमिकों की सूची को तैयार करने में समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट और वी द पीपल की टीम ने संपर्क करके अंतिम रूप दिया है.

वहीँ पांच जून हवाई यात्रा के लिए पूरी तैयारी नालसार हैदराबाद के पूर्व छात्रों ने इंडिगो विमान के साथ अपनी तैयारी पूर्ण कर ली है . इस विमान में भी 180 श्रमिक बंगलुरु से रवाना होंगे. स्थानीय तौर पर इन श्रमिकों को उनके वर्तमान स्थल से एयरपोर्ट तक लाने की व्यवस्था की गई है.

पूरी प्रक्रिया के लिए एक व्यवस्थित कार्ययोजना बनायीं गयी , जिसमे बैंगलोर में श्रमिकों को एअरपोर्ट तक लाने से लेकर उनके भोजन व्यवस्था और पहचान पत्र की तैयारी के लिए अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लगे हुए हैं वहीँ अक्युमन फ़ेलोशिप के फेल्लो भी सहयोग कर रहे हैं.

रायपुर एअरपोर्ट में समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट और वी द पीपल की टीम विनयशील के समन्वय के माध्यम से प्रशासन का सहयोग कर रही. इसमें भोजन की व्यवस्था अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा नुक्कड़ द टफे के साथ किया जा रहा है.

राज्य स्तर पर सम्पूर्ण समन्वय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के सलाहकार विनोद वर्मा और रुचिर गर्ग के मार्गदर्शन में किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ आगमन के बाद इन सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था एयरपोर्ट पर ही की गई है. इसके अलावा उनके गृह ज़िले तक पहुंचाने के लिये बस की व्यवस्था भूपेश सरकार द्वारा की गई है. इस दौरान उनके भोजन आदि की व्यवस्था भी एयरपोर्ट और गृह ज़िले में की गई है.