अहमदाबाद। राज्यसभा की 18 रिक्त सीटों के लिए चुनावी गहमागहमी शुरू हो गई है. गुजरात में कांग्रेस विधायकों के भाजपा में प्रवेश के जारी क्रम को देखते हुए अब पार्टी अपने विधायकों को रिजार्ट और होटलों में भेज रही है.

बता दें कि राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक आठ कांग्रेस विधायक पाला बदलकर कांग्रेस में प्रवेश कर चुके हैं. बीते दो दिनों के दौरान तीन कांग्रेस विधायक – कारजन विधायक अक्षय पटेल, कपार्डा विधायक जीतू चौधरी और मोरबी विधायक ब्रजेश मेरजा पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं. विधायकों के इस्तीफे से घबराई कांग्रेस अब बचे हुए 65 विधायकों को बचाकर रखने के लिए अंबाजी, राजकोट और वडोदरा स्थित रिजार्ट और होटल में भेज दिया है.

कांग्रेस नेताओं ने विधायकों को राजकोट के नील सिटी रिजार्ट, कांग्रेस शासित राजस्थान के वाइल्ड विन्ड्स रिजार्ट और वडोदरा के एरिज रिवारसाइड फार्महाउस में विधायकों को रखा गया है. इनमें से नील सिटी रिजार्ट मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस नेता इंद्रनील राज्यगुरु का है.

इन सबके बावजूद कांग्रेस के लिए खतरा खत्म नहीं हुआ है. बताया जाता है कि नेतृत्व से नाराज कांग्रेस के दो विधायक 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता जयराजसिन्ह परमार का कहना है कि विधायकों के कही आने-जाने पर पाबंदी नहीं है, लेकिन भाजपा से अपने विधायकों को बचाकर रखने के लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं. उनका कहना है कि अब पार्टी छोड़कर कोई जाने वाला नहीं है. सभी विधायकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान कैसे मतदान करना है.

बता दें कि 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में भाजपा के 103 विधायक और कांग्रेस के 65 विधायक हैं. 10 सीट इस्तीफों और न्यायालयीन प्रकरणों की वजह से खाली है. वहीं बीटीपी के दो, एनसीपी का एक और एक स्वतंत्र विधायक है. राज्यसभा में पहुंचने के लिए प्रत्याशी को 35 पहली प्राथमिकता वाला मत चाहिए. कांग्रेस के शक्तिसिन्ह गोहिल का जीतना तय माना जा रहा है, वहीं दूसरे प्रत्याशी भरतसिन्ह सोलंकी की जीत को लेकर अनिश्चतता बरकरार है.