रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक बयान जारी कर यह आरोप लगाया है कि 15 सालों तक प्रदेश में जमकर कमीशन खोरी भ्रष्टाचार और उगाही करने वाले लोग अब बिना सत्ता के वैसे ही तड़प रहे हैं, जैसे बिना पानी के मछली तड़पती है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही विष्णुदेव साय का यह बयान देना कि अगर आज चुनाव हो जाए तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी.

यह स्पष्ट इशारा करता है कि भारतीय जनता पार्टी के मन में जनता की सेवा भावना नहीं, बल्कि सत्ता पाने का लालच कूट कूट कर भरा है. विष्णुदेव साय को तो प्रदेश की जनता को यह बताना चाहिए कि 5 वर्ष तक केंद्र सरकार में मंत्री रहने के दौरान उनकी उपलब्धियां क्या रही. उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए क्या किया. दो बार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहने के बावजूद आखिर इस प्रदेश की जनता उन्हें पहचानती तक नहीं है. उनकी किस योग्यता को आधार मानकर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें छत्तीसगढ़ भाजपा का अध्यक्ष बनाया है. क्या यह सही नहीं है कि उनकी पहचान डॉ. रमन सिंह के मुखौटा अध्यक्ष के रूप में है? क्या यह सही नहीं है कि वे डॉ रमन सिंह के रिमोट कंट्रोल द्वारा संचालित होते हैं? क्या यह सही नहीं है कि उनकी नियुक्ति को लेकर प्रदेश भाजपा के दूसरे बड़े नेता नाराज चल रहे हैं जिन्होंने कल एकात्म परिसर से दूरी भी बना ली थी?

जिस दिन विष्णुदेव साय को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाने की घोषणा हुई थी उसी दिन भारतीय जनता पार्टी के अनेक जिम्मेदार नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास जमकर निकाली थी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अगले कार्यकाल के लिए भी शुभकामनाएं और बधाइयां दे डाली थी. बेहतर होगा कि विष्णुदेव साय भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी के दलदल और चरण वंदना से पहले निपट लें, फिर कांग्रेस के सामने चुनौती पेश करें.

कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने भाजपा अध्यक्ष से यह सवाल भी पूछा है की प्रदेश में जीत यानी विक्ट्री को तरस रही भारतीय जनता पार्टी क्या महज संयोग से ही ऐसे नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी दे रही है. जिनके नाम अंग्रेजी के वी अक्षर से आते हैं. जैसे विक्रम उसेंडी और अब विष्णुदेव साय अगर यह कोई टोटका है तो यह टोटका भाजपा को मुबारक हो. यह मसला भाजपा के उन वरिष्ठ नेताओं के लिए अवश्य चिंतनीय होगा जिनके नाम अंग्रेजी के वी अक्षर से नहीं आते हैं. आर पी सिंह ने विष्णुदेव साय को सलाह दी है कि घमंड और झूठ से भरे थोथे बयान देने के बजाय अपनी उर्जा भाजपा की गुटबाजी को समाप्त करने में लगाकर प्रदेश की जनता के जनादेश के अनुसार सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायें. राजनीति चुनाव के समय कर लेंगे. अभी सबको मिलकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को तेजी से साकार करने के लिये काम करने की जरूरत है.