रायपुर। राजधानी के बिरगांव में बीच सड़क राहगीरों की पिटाई मामले में टीआई नितिन उपाध्याय को पुलिस विभाग ने सिर्फ लाइन अटैच किया है, लेकिन पीड़ित मां-बेटे ने उसे निलंबित करने की मांग की है. शिकायत लेकर मंगलवार को दोनों सीएसपी दफ्तर पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात सीएसपी से नहीं हो सकी, लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में उन्होंने अपनी पीड़ा बताई. दोनों ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है, थानेदार को कड़ी से कड़ी सजा देते हुए निलंबित करना चाहिए.

दरअसल रविवार 7 जून को बिरगांव टीआई नितिन उपाध्याय ने कई लोगों पर लाठी से जमकर पिटाई की थी. पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ, जो कि पुलिस विभाग से लेकर सूबे के मुखिया तक पहुंच गया. टीआई की लाठी का शिकार हुए पीड़ित मितेश गुप्ता और माँ मीरा गुप्ता पहली बार मीडिया के सामने आए और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. पिटाई के कारण शरीर पर उपजे चोट के निशान को भी दिखाया.

माँ मीरा गुप्ता ने बताया कि बेटे के साथ सब्जी लेने गई थी. इसी बीच रास्ते में टीआई खड़ा हुआ था. उसने हमसे पूछा कहा कि कहा गए थे. तब मेरे बेटे ने थैला दिखाते हुए सब्जी खरीदने जाने की बात कही. इतने में बिना किसी वजह के टीआई ने बेटे पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया. मैंने छुड़ाने की कोशिश की, तो मुझे भी उसने धक्का दिया. हमारे साथ जो अन्याय किया है, उसकी सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने टीआई नितिन उपाध्याय को सस्पेंड करने की मांग की है.

पीड़ित मितेश गुप्ता ने बताया कि वो मूलत: बिहार के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले लंबे समय से बिरगांव में ही रह रहे हैं. पिता दिव्यांग है, वो अकेला घर में कमाने वाला शख्स है. निजी फैक्ट्री में काम करता है, लेकिन चोटिल होने की वजह से काम भी नहीं कर पा रहा. जिससे उसके घर में कमाई का जरिया खत्म हो गया है.