रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पिछले कई दिनों से एक खबर आग की तरह फैली हुई है कि गुढ़ियारी क्षेत्र में गे युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. उसके संपर्क में आए 34 युवक भी संक्रमित हुए हैं. जिसमें से 28 लोगों की कोरोना पुष्टि हो चुकी है. दरअसल यह खबर पूरी तरह से भ्रामक और फर्जी है. कई मीडिया ने व्हाट्सएप वायरल मैसेज को न्यूज़ बनाकर परोस दिया.

गुढ़ियारी क्षेत्र में यह भ्रामक खबर फैलने के बाद गे कम्युनिटी को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कम्युनिटी के लोगों से मकान खाली करवा दिया गया और काम में आने के लिए मना कर दिया गया. कम्युनिटी के कई लोग डिप्रेशन में हैं. कोरोना महामारी के समय कम्युनिटी बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहा है. ऐसी खबर से कम्युनिटी के लिए समाज की सोच नकारात्मक हो रही है.

मितवा सामाजिक संगठन की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि न्यूज के माध्यम से गे युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की झूठी खबरें फैलाई गई है. इस खबर की वजह से कुछ बच्चे सुसाइड करने की कोशिश कर रहे हैं. किसी को परिवार वालों ने घर से निकाल दिया है. इससे समाज के लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि यह दिल्ली का वायरल न्यूज था, जिसे गुढियारी का बताकर वायरल कर दिया गया. केंद्र सरकार की ओर दिल्ली से इस संबंध में गुढियारी थाने में फोन भी आया था. विद्या ने अपील की है कि गे कम्युनिटी के बारे में बिना सत्यता की खबर न प्रकाशित किया जाए.

गुढ़ियारी थाना प्रभारी रवि तिवारी से भी बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हमारे पास गे युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की कोई सूचना नहीं है. गे युवक के बारे में ना ही AIMS से कोई जानकारी मांगी गई ना डिटेल आया है. उन्होंने कहा कि गुढ़ियारी क्षेत्र में सिर्फ तीन कोरोना पॉजिटिव है. जो कि गे कम्युनिटी से नहीं है. इससे यह साफ जाहिर होता है कि गे युवक के पॉजिटिव होने की खबर फर्जी है.