रायपुर- छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का मामला गर्माता जा रहा है. विपक्ष ने सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है. बीजेपी के तेजतर्रार नेता अजय चंद्राकर ने सरकार की भूमिका पर सरकार उठाते हुए कहा है कि संवेदनहीन सरकार के कुप्रबंधन के कारण 3 दिनों में 3 हाथियों की मौत हो गई है. एक हथिनी की मौत से पूरा देश स्तब्ध था. 3 हाथियों की मौत पर छत्तीसगढ़ सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.
बता दें कि 9 जून की सुबह प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के गणेशपुर बांध के नजदीक एक हथिनी का शव मिला था. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई थी कि वह गर्भवती थी. विभाग ने कहा कि प्रसव पीड़ा से तड़पकर मौत हुई, लेकिन उसकी मौत के 24 घंटे बाद ही कुछ ही दूरी पर एक दूसरी हथिनी का शव मिला. दो हथिनी की मौत के बाद गुरूवार सुबह बलरामपुर में तीसरी हथिनी की मौत की खबर ने वन महकमे में हड़कंप मचा दिया. गणेशपुर के जंगल में एक और हथिनी का शव मिला. शव की बदबू आने पर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी.
हालांकि हथिनियों की मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए वन मंत्री मो.अकबर ने अपने बयान में कहा है कि रिटायर्ड पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराई जाएगी.