रायपुर- बोनस तिहार कार्यक्रम में बेमेतरा पहुंचे मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि बोनस तिहार चल रहा है, लेकिन अब भी कांग्रेस के लोग हाथों में झंडा लेकर बोनस देना होगा के नारे लगा रहे हैं. जब बोनस दे दिया है, तो फिर किस बात की नारेबाजी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल को गांव के लोग आज भी भूले नहीं हैं. 2001 से लेकर 2003 तक की क्या स्थिति थी ? किसानों की हालत क्या थी? यह आज तक कोई भूला नहीं है. उन्होंने कहा कि बोनस देने की मांग को लेकर आवाज उठाने वाले कांग्रेसी 2003 तक एक रूपए भी बोनस किसानों को दिया होता, तो उन्हें बोलने का अधिकार था. कभी एक पैसा भी किसानों को दिया नहीं. आज झंडा लेकर नारा लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को नारे लगाने की जरूरत नहीं है. मैं भी किसान के घर पैदा हूआ हूं. किसानों की तकलीफ और दर्द को समझता हूं. फसल नुकसान होने पर उनकी आर्थिक हालात कैसे होती है, इस बात का अहसास मुझे है. इसलिए ही ये कार्ययोजना बनाई . किसानों का चेहरा खुशहाल होगा तभी छत्तीसगढ़ खुशहाल होगा. जब तक किसानों के चेहरे पर खुशहाली है, तरक्की रहेगी, तो सब खुश रहेंगे, किसान के घर अकाल पड़ेगा, तो सब कुछ प्रभावित होगा. डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि सीएम के नाते विश्वास दिलाने जा रहा हूं कि आज हो या कल छत्तीसगढ़ में यदि सरकार 2003, 2008 और 2013 में सरकार बनी है, तो सिर्फ किसानों केआशीर्वाद से बनी है. जब तक किसान साथ है, तब तक सरकार है, मंत्री हैं, विधायक हैं, सांसद हैं.
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के दौरान छह लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जाती थी. पानी में डूबाकर धान का परिवहन किया जाता था. बिजली की व्यवस्था नहीं थी. तब की सरकार की हालत तो यह थी कि धान खरीदना छोड़ विधायक खरीदने का काम किया जाता था. बीजेपी सरकार आने के बाद किसानों की सुध ली गई. 70 लाख मीट्रिक टन धान सरकार खरीद रही है. पलायन की पीड़ा से त्रस्त रहा छत्तीसगढ़ आज इससे मुक्त है. लाखों मजदूर पलायन कर यूपी-बिहार जैसे राज्यों में जाते थे, लेकिन बीजेपी सरकार की दो योजनाओं का व्यापक असर हुआ. मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना से मजदूरों को लगा कि यूपी-बिहार जाकर 30 रूपए किलो चावल खरीदने से अच्छा छत्तीसगढ़ में एक रूपए किलो चावल लेना है. वहीं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना ने गरीब परिवारों के सामने स्वास्थ्य की समस्या का निराकरण कर दिया. सरकार ने गांव, गरीब और किसान के स्वास्थ्य की चिंता की. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 30 हजार रूपए की राशि को बढ़ाकर 50 हजार रूपए कर दिया गया है. पचास हजार रूपए लोगों की जेब में होगा, स्मार्ट कार्ड के जरिए जरूरत पड़ने पर इलाज कराया जा सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सीएम बनने के पहले डाॅक्टर था. इसलए मैं इस पीड़ा को करीब से समझता हूं. मैंने बगैर इलाज के तड़पते मरीजों और उनके परिजनों को देखा है. सौ-सौ रूपए के लिए परिजन घूमते थे. इसलिए इस योजना को शुरू किया गया. प्रदेश में संस्थागत प्रसव सिर्फ 18 फीसदी था, लेकिन महातारी एक्सप्रेस शुरू करने के बाद संस्थागत प्रसव 80 फीसदी तक हो गया है.
हर सुख-दुख में किसानों के साथ हैं हम- रमन
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि किसानों के हर सुख और दुख में सरकार उनके साथ खड़ी है. किसानों को किसी भी चीज की चिंता करने की जरूरत नहीं है. किसानों को बोनस की राशि देने के बाद आरबीसी 6 (4) में मिलने वाली मुआवजा राशि भी जल्द वितरित करेंगे. फसल बीमा योजना के तहत 13 लाख 50 हजार किसानों ने बीमा कराया है. जहां-जहां सूखा पड़ा है, वहां के किसानों को बीमा का लाभ भी दिया जाएगा. सीएम ने कहा कि 2013-2014 में 2 हजार 370 करोड़ रूपए, 2015 में सूखा पड़ने पर 1800 करोड़ रूपए का विशेष पैकेज भी किसानों को दिया है.
नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने की ताकत किसी में नहीं- सीएम
बोनस तिहार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है. देश के बाहर भी अब लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री हो तो नरेंद्र मोदी जैसा. कांग्रेस के शासनकाल के दौरान सरकार घोटालेबाजी के लिए जानी जाती रही. जमीन से लेकर आसमान तक घोटाले होते रहे. लेकिन तीन साल में मोदी पर एक भी भ्रष्टाचार का आऱोप नहीं लगा. किसी में मोदी पर आरोप लगाने की ताकत नहीं है. अगले दस साल तक मोदी को कोई भी हटा नहीं पाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना, जनधन योजना जैसे एक से बढ़कर एक योजना शुरू की.
बोनस के लिए करना पड़ा उधेड़बुन
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि किसानों को धान पर बोनस देने के लिए खूब उधेड़बुन भी करना पड़ा. छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना पड़ा. सभी 90 विधायकों को रायपुर बलाया गया. राज्य के बजट से किसानों को बोनस दिए जाने के फैसले को विधानसभा की मंजूरी लेनी पड़ी. जब जाकर किसानों के हाथों में आज बोनस आ पा रहा है. सीएम ने कहा कि मैं योजना गिनाने नहीं आया हूं. बल्कि ये बताने आया हूं कि जिस तरह अटल जी ने छोटे राज्य की कल्पना करते हुए कहा था कि छोटे राज्य होने चाहिए, ठीक वैसे ही मैंने कहा कि छोटे जिले होने चाहिए. बेमेतरा को नया जिला बनाया. आज इसका तेजी से विकास हो रहा है. सड़कों का विकास हो रहा है. इंफ्रस्ट्रक्चर डेवलपमेंट के काम हुए हैं. आने वाला कल और बेहतर होगा. बेहतर ढंग से विकास की दिशा में आगे बढ़ेंगे.