स्पोर्ट्स डेस्क- भारत के पूर्व फिरकी गेंदबाज मुरली कार्तिक को कौन नहीं जानता है, अपनी फिरकी के जलवे वो कई बार क्रिकेट के मैदान पर बिखेर चुके हैं।
मुरली कार्तिक ने आईपीएल में भी अपना जलवा बिखेरा है, और उन्होंने आईपीएल और सौरव गांगुली की कप्तानी और अपने खेल को लेकर कई अहम बातों का खुलासा किया है।
मुरली कार्तिक के मुताबिक आईपीएल के एक मैच में सौरव गांगुली ने उन्हें 104 डिग्री बुखार के बाद भी मैदान पर खेलने के लिए उतार दिया था।
लेफ्ट आर्म स्पिनर मुरली कार्तिक ने कई बातों का खुलासा करते हुए इन धारणाओं को भी सिरे से खारिज कर दिया कि उन्हें टीम में इसलिए जगह नहीं मिलती थी क्योंकि सौरव गांगुली लेफ्ट ऑर्म स्पिन को काफी अच्छी तरह से खेलते थे।
मुरली कार्तिक कहते हैं कि अगर सौरव गांगुली लेफ्ट ऑर्म स्पिनर्स को अगर अच्छे तरीके से खेलते थे तो मैं फिर कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में 3 साल तक क्यों रहा, उन्होंने साफ कहा कि सौरव गांगुली ने उन्हें पुणे में सीएसके के खिलाफ मैच खिलाया, उन्होंने मुझसे कहा कि मैं खेलूं, उम्मीद करता हूं कि उस मैच का फुजेट होगा, जिससे पता चल सके कि में मैं कैसे उस मैच में फुल स्वेटर पहनकर मैच खेल रहा था, क्योंकि मुझे उस वक्त बुखार था, मैंने बुखार होने के बाद भी वो मैच खेला था।
एक स्पोर्ट्स वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में इन बातों का खुलासा करते हुए साल 2011 का जिक्र करते हुए मुरली कार्तिक कहते हैं सौरव गांगुली को पुणे वॉरियर्स ने साइन कर लिया था, साथ ही उन्हें साल 2012 एडिशन के लिए कप्तान भी बनाया गया था। मुरली कार्तिक ने बताया कि कैसे उस समय उनके कप्तान रहे, सौरव गांगुली ने उन्हें ट्रेड के जरिए चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम में शामिल होने नहीं दिया था, और अपनी टीम में बरकरार रखा था, इसके बाद दूसरे लेफ्ट आर्म स्पिनर रविंन्द्र जडेजा को सीएसके में चुना गया था जिसके बाद वो तब से लगातार चेन्नई की ओर से खेल रहे हैं।