रेखराज साहू, महासमुंद। महासमुंद जिले के बसना पुलिस ने बारनयापारा क्षेत्र से दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव पैंगोलिन की तस्करी करते 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को पुलिस ने बलौदाबाजार मार्ग के ग्राम चनाट-दलदली के बीच पकड़ा है, जहां से उनके पास से जीवित पैंगोलिन बरामद किया. इस दुर्लभ वन्यजीव की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में कीमत है, जिसे बारनवापारा के जंगल में जाल बिछाकर इस पैंगोलिन को पकड़ा था. इसे बेचने के लिए आरोपी ग्राहक तलाश रहे थे. जिंदा पैंगोलिन की उम्र करीब 3 साल बताई जा रही है, जिसका वजन करीब 14 किलो और लम्बाई 40 इंच है.
पकड़े गये आरोपियों पर पुलिस ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 09, 39(1)(बी)20, 50(ए,बी ), 51 के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई के लिए मामले को वन विभाग को सुपुर्द कर दिया है. वन विभाग मामले की जांच और पैंगोलिन के स्वस्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल सफारी भेजने की कार्रवाई में जुट गई है.
पूरे मामले का खुलासा करते हुए महासमुंद एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि बसना पुलिस को बीती रात मुखबिरों से सूचना मिली थी कि कुछ लोग पिरदा से बलौदाबाजार मार्ग पर दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव पैंगोलिन को बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे है. सूचना पर बसना पुलिस ने टीम बनाकर ग्राम चनाचट और दलदली के बीच पुलिया के पास नाकाबंदी किया, जहां से एक मारूती वेन सीजी 22 के 1557 जा रही थी. आगे एक बाइक डिलक्स सीजी 06 जीएफ 7418 और पीछे एक प्लेटिना बाइक सीजी 07 एव्ही 6721 वेन को फालो करते हुए चल रही थी. पुलिस को देखकर सामने चल रहा बाइक सवार भागने लगा, जिसे पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा गया.
पुलिस की दूसरी टीम ने पीछे से मारूती वेन और दूसरी बाइक को धरदबोचा. पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम गोविंद बरिहा निवासी पिरदा टेडहीडीपा सहिला बलौदाबाजार, कीर्तिलाल पटेल निवासी धुपेदडीह चौंकी भवंरपुर बसना और सहयोगी उत्तरा यादव बताया. तीनों के पास से मारूती वेन से जिंदा पेंगुलिन को जब्त किया गया और पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर कार्रवाई में जुट गई.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गोविंद बरिहा ने पैंगोलिन को जंगल में जाल लगाकर फंसाया था. जिसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे थे. अब पूरे मामले को पुलिस से वन विभाग ने हैंडओवर कर लिया है. वन विभाग के डीएफओ मयंक पांडे ने बताया कि पैंगोलिन को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा गया है. जिसके बाद उसे रायपुर स्थित जंगल सफारी में भेजा जाएगा. आरोपियों पर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है.