सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना संकट के चलते मूर्तियां बनाने वाले कारीगर भी कशमकश में है. उन्हें यह चिंता सता रही है कि उनकी मूर्तियां बिकेंगी या नहीं. लॉकडाउन का असर आने वाले समय में गणेश चतुर्थी पर पड़ने वाला है. यही समय होता है जब इन मूर्तिकारों के पास सबसे ज्यादा काम होता है. राजधानी रायपुर में इस बार मूर्तिकार पहले की तुलना में काफी कम मूर्ती बना रहे है.

मूर्तिकार मानिक ठाकुर बताते है कि पहले करीब 100 मूर्तियां बनाते थे, लेकिन इस बार सिर्फ 50 ही मूर्ति बन पाई है. जिसे कंप्लीट कर रहे हैं. उनके पास कारीगरों की भी कमी है. कोरोना की वजह से गांव की ओर पलायन कर गए कारीगर लौटे नहीं है. पहले ही जिनती मूर्तियां बनी थी, उसी को पूरा आकार दिया जा रहा है.

मानिक आगे बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद उन्होंने नई मूर्तियां अभी नहीं बनाई है. नवंबर से मूर्तियां बना रहे थे, उन्हीं मूर्तियों को अंतिम रूप से दिया जा रहा है. इनके पास बड़ी-बड़ी मूर्तियां बनती थी, लेकिन पैसा खत्म हो चुका है. पहले की तरह ग्राहक भी नहीं आ रहे हैं. इस बार यह निश्चित भी नहीं है कि मूर्तियां स्थापित कर पूजा होगी या नहीं होगी.

इस वजह से थोड़ा कंफ्यूज में कारीगर यहां पर कम है. लॉकडाउन के चलते घर से नहीं आ पाए हैं. यहां सिर्फ चार-पांच लोग ही हैं, जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर काम में लगे हुए हैं. इसी में जितना बन सके उतना काम किया जाएगा.