फिंगेश्वर। अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सदस्यों ने आज फिंगेश्वर तहसील के सामने प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार द्वारा लाये गए किसान विरोधी व जन विरोधी अध्यादेशों विश्वास और कृषि सेवा संशोधन अध्यादेश 2020, कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य संशोधन अध्यादेश 2020, आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन अध्यादेश 2020 और बिजली कानून 2003 संशोधन प्रस्ताव 2020 की प्रतियों को जलाया गया.

अध्यादेश को कानून को वापस लेने, कोरोना से मुकाबला करने के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 5 प्रतिशत आबंटित किये जाने, प्रतिमाह 40 किलो चावल/गेहूँ के साथ आवश्यक राशन सामग्री सहित 10 हजार रुपये हर जरूरत मंद परिवार को प्रदान करने की मांग की. मृतक प्रवासी मजदूरों के परिवारों को 40 लाख रुपये मुआवजा देने, कृषि क्षेत्र में कारपोरेट घरानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने, कृषि कार्य को मनरेगा से जोड़ने तथा 200 दिन का काम और 300रुपये मजदूरी देने कहा.

कृषि उपज मंडियों में समर्थन मूल्य से बोली शुरू करने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों का मक्का समर्थन मूल्य में खरीदी करने, सभी प्रकार की खाद्यान्नों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से जनता के बीच वाजिब दामों पर वितरण करने की मांग को लेकर फिंगेश्वर तहसीलदार अनुपस्थिति होने की वजह से रीडर को ज्ञापन सौंपा है. कार्यक्रम में किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही, सदस्य उत्तम कुमार साहू, रेखुराम, जहूर राम, पवन कुमार, लोमश कुमार, मनोज कुमार व मोहन लाल उपस्थित रहे.