रायपुर। 13 अक्टूबर यानि शुक्रवार को देशभर के करीब 54 हजार पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. दरअसल पेट्रोल पंप मालिकों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने की घोषणा की है. पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने ये घोषणा की है. उन्होंने पेट्रोलिम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने और उन्हें अच्छी मार्जिन देने का ऐलान किया है.
यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट, जो पेट्रोल डीलर्स के 3 संगठनों को मिलाकर बनाया गया है, इसकी बैठक में 13 अक्टूबर को हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया है.
वहीं पेट्रोल पंप डीलर्स पेट्रोल और डीजल को लेकर इस साल जून से जो डायनैमिक व्यवस्था लागू की है, जिसमें हर दिन पेट्रोल-डीजल का रेट तय होता है, उसका विरोध भी कर रहे हैं. वहीं उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो 27 अक्टूबर से वे अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाएंगे.
पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के साथ नवंबर 2016 में हुए एग्रीमेंट को लागू करने की भी मांग की है. साथ ही मार्केटिंग डिसिप्लिन गाइडलाइंस के तहत लगाए जा रहे पेनल्टी को भी हटाने की मांग की है.
आज से 2 दिनों तक रहेगी ट्रकों की भी हड़ताल
वहीं ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और अन्य ट्रासपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की सांकेतिक देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. आज से शुरू होने वाली ये हड़ताल 10 अक्टूबर को शाम 8 बजे तक रहेगी.
दरअसल कहा जा रहा है कि जीएसटी को लेकर सड़क यातायात में भी भ्रम की स्थिति है. ऊपर से डीजल में रोज उतार-चढ़ाव से भी दिक्कत हो रही है. क्योंकि डीजल और टोल पर होने वाला खर्च ट्रक परिचालन के खर्च का 70 प्रतिशत से ज्यादा है. डीजल को भी जीएसटी के दायरे के अंदर लाने की मांग की जा रही है.