स्पोर्ट्स डेस्क। एस श्रीसंत को कौन नहीं जानता है, अपनी तेज गेंदबाजी की बदौलत एस श्रीसंत ने बहुत ही कम समय में बड़ा नाम कमा लिया था, उनकी गेंदबाजी को लेकर हर कोई बस तारीफ ही करता था, टीम के लिए शानदार गेंदबाजी कर रहे थे और  विरोधी बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से परेशान भी करते थे, साथ ही टीम इंडिया में बहुत ही कम समय में अपनी एक अलग जगह बना ली थी.

लेकिन अचानक ही आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में साल 2013 में एस श्रीसंत पर बीसीसीआई ने आजीवन बैन लगा दिया था, जिसके बाद फिर लंबी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले ही साल मार्च में उनके अपराध को तो बरकरार रखा था, लेकिन बीसीसीआई को उनकी सजा कम करने के लिए  कहा था और भारतीय बोर्ड ने उनकी आजीवन प्रतिबंध की सजा को घटाकर सात साल कर दिया था जो इस साल अगस्त में खत्म हो जाएगा. 

और अब एस श्रीसंत अपना बैन खत्म होने के बाद केरल की रणजी टीम में खेल सकते हैं, केरल क्रिकेट संघ ने सितंबर  में उनका बैन समाप्त होने के बाद रणजी टीम में सिलेक्शन के लिए उनके नाम पर विचार करने का फैसला किया है, हालांकि इससे पहले 37 साल के एस श्रीसंत को अपनी फिटनेस साबित करनी होगी.

केरल के नए कोच टीनू योहानन ने कहा है कि केसीए ने फैसला किया है कि एक बार जब सितंबर में उन पर लगा बैन खत्म हो जाएगा, तो टीम में सेलेक्शन के लिए उनके नाम पर विचार किया जाएगा. हालांकि कोच ने ये भी कहा है कि उनका सेलेक्शन उनके फिटनेस स्तर पर निर्भर करेगा, उन्हें अपनी फिटनेस साबित करनी होगी, इस समय क्रिकेट को लेकर बाहर कुछ भी नहीं हो रहा है, नहीं तो उन्हें मैदान पर इस समय खेलते हुए देखते और उन्हें फिनटेस टेस्ट देते देखते, इस समय कुछ भी कहना मुश्किल है.

कोच ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि एस श्रीसंत को मैदान में वापसी को लेकर हर संभव समर्थन दिया जाएगा, उन्होंने कहा कि हम सब उन्हें फिर से खेलते हुए देखना चाहते हैं वो सात साल बाद दोबारा से खेलेंगे, इसलिए हमें इंतजार करना होगा, और देखना होगा कि क्या होता है. बहरहाल, एस श्रीसंत के लिए भी 37 साल की उम्र में सात साल के लंबे गैप के बाद क्रिकेट में फिर से वापसी इतनी आसान नहीं होने वाली है.

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