जितेंद्र सिन्हा, राजिम। खनिज विभाग ने शुक्रवार को राजिम नगर से लगे ग्राम पितइबन्ध महानदी से रेत का अवैध परिवहन करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है. विभाग के निरीक्षक मृदुल गुहा ने रेत से भरे ट्रैक्टरों को जब्त कर राजिम थाने के सुपुर्द कर दिया है. जानकारी के मुताबिक जिले के देवभोग क्षेत्र में पुरनापान, राजिम क्षेत्र में कुरूसकेरा, कोपरा, लचकेरा, फूलकर्रा, पितइबन्ध, पसौद की रेत खदानों को इस सीजन रेत उत्खनन की अनुमति दी थी.

नियम के मुताबिक 15 जून तक ही इन रेत खदानों से उत्खनन किया जा सकता है, लेकिन देखा जा रहा है की कुछ खदानों में अब भी उत्खनन जारी है. सीजन भर इन खदानों में नियम कानून को ताक में रखकर गौण खनिज रेत का दोहन किया जाता रहा. बाकायदा गैंग बनाकर रेत माफिया खदानों की लूट में सक्रिय रहा है. इधर खनिज विभाग कमर्चारियों की कमी से जूझ रहा है.

पूरे जिले में मात्र एक अस्सिटेंट माइनिंग ऑफिसर, एक खनिज निरीक्षक और कुछ ऑफिस स्टाफ के सहारे खनिज विभाग लगभग 6000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किस प्रकार करता होगा, समझा जा सकता है.

बता दें कि इसी जिले के देवभोग क्षेत्र में बेशकीमती अलेक्जेंडर व हीरे की खदाने है. पुलिस विभाग द्वारा पिछले एक से दो माह में ही तीन हीरा तस्करों से बड़ी मात्रा में हीरे जब्त किए हैं.

जिपं सदस्यों ने उठाया था मुद्दा

पिछले दिनों जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत सदस्यों ने अवैध रेत परिवहन का मुद्दा जोर शोर से उठाया था, सदस्यों ने जानकारी दी थी कि कतिपय अनुमति प्राप्त रेत खदानों में सीमांकित क्षेत्र से अधिक में रेत उत्खनन किया जा रहा है. बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया था कि कोपरा रेत खदान का भौतिक सत्यापन किया जाएगा, लेकिन अब तक किसी सत्यापन की जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पाई है. बरसात लगने के बावजूद रेत का उत्खनन जारी है. डंप रेत की आड़ में उत्खनन और परिवहन अब भी चल रहा है.