सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कोरोना वायरस ने न केवल इंसानों की बल्कि भगवान की भी गतिविधियों पर विराम लगा दिया है. रायपुर में हर साल धूमधाम से निकाली जाने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा इस बार नहीं निकलेगी, यहां तक भगवान मंदिर प्रांगण का भी भ्रमण नहीं करेंगे.

राजधानी रायपुर में गायत्री नगर स्थित स्थित 20 वर्ष पुराने जगन्नाथ मंदिर के संचालन समिति अध्यक्ष पुरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि पहले मंदिर में भगवान के भ्रमण करने का फैसला लिया गया था, लेकिन अब उसे भी वापस ले लिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि रथ यात्रा नहीं होगी तो हमने रथ को नष्ट कर दिया. अब यदि सुप्रीम कोर्ट का फैसला रथ यात्रा को लेकर आता भी है, तो भी 10-12 घंटों में हम क्या तैयारी करेंगे.

उन्होंने बताया कि रथयात्रा के दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री हर बार छेरा पहरा की रश्म निभाते थे, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा. भक्तों के लिए भी द्वार नहीं खोले जाएंगे. प्रदेश में धारा 144 लागू है, और किसी भी तरह के आयोजन में 50 लोगों को ही प्रवेश दिया जाना है. इस वजह से हमने भक्तों के दर्शन पर भी रोक लगा दी है. उन्होंने कहा कि भगवान के पट खुले रहेंगे, लेकिन किसी तरह के आयोजन नहीं होंगे.