रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यकाल में एक साल पूरे होने पर बीजेपी देशभर में वर्चुअल रैली कर रही है. नेता-कार्यकर्ता एक साल की बड़ी उपलब्धि को लेकर लोगों तक लेकर जा रहे हैं. मोदी सरकार 2.0 ने राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त किया गया. शरणार्थी के रूप में जीवन यापन कर रहे लोगों के लिए नागरिकता संशोधन कानून में बदलाव किए गए. अनेक ऐतिहासिक उपलब्धियां बीते एक साल में देश को दिया है.
साय ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना वायरस से प्रभावित है हमारी पार्टी ने निर्णय़ लिया है कि वर्चुअल रैली के जरिए इस उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे. राज्य में 7 जून से वीडियो रैली के जरिए उपलब्धियों को पहुंचाने का क्रम शुरू किया गया है. 29 में से 21 जिलों का जिला संवाद कार्यक्रम हो चुका है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे संबोधित
साय ने कहा कि 28 जून को एक बड़ी वर्चुअल रैली भाजपा करने जा रही है. इसकी तैयारी पूरी कर ली है. 12.30 बजे यह रैली आयोजित होगी. फेसबुक, इंस्ट्राग्राम के जरिए लोग इससे जुड़ सकेंगे. प्रदेश स्तर, जिला स्तर, मंडल स्तर, से सभी कार्यकर्ता इस रैली से जुड़ेंगे. राजेश मूणत संयोजक और भूपेंद्र सवन्नी इसके सह संयोजक बनाए गए हैं. इस वर्चुअल रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ने का टारगेट हैं. अब तक 3 लाख लोगों से ज्यादा लोगों तक हम पहुंच चुके हैं.
कौशिक ने भूपेश सरकार पर साधा निशाना
वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता-प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि वैश्विक कोरोना के संकट से हम सब जूझ रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने जैसा निर्णय लिया, देश में अब तक हुई मौतों और दुनिया के अन्य देशों में हुई मौतों के आधार पर चर्चा होगी. ऐतिहासिक निर्णय जो मोदी सरकार ने लिए, उस पर चर्चा होगी. राज्य सरकार के मुद्दों पर चर्चा होगी. आज भी राज्य में घड़ियाली आंसू बहाया जा रहा है. गौठान से लेकर नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी यह सब केंद्र के पैसे से संचालित हो रहे हैं. रैली के जरिए हम लोगों को बताएंगे कि राज्य सरकार ने क्या किया और केंद्र ने कैसी सहायता की है. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने डेढ़ साल में ला एडं आर्डर चरमरा गया है. धमतरी में ताजा उदाहरण है. जिला पंचायत सदस्य पुन्नूलाल ध्रुव के साथ मारपीट की गई है. रेत माफिया बिहार, यूपी के हैं. यह हमारे संज्ञान में है. एट्रोसिटी एक्ट की धारा लगाई गई है. पूरे प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर, युवा मोर्चा, सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है. मोहन भागवत का चेहरा बदलकर कोरोना का लगाकर कहा गया कि यह वायरस से भी खतरनाक है. एफआईआर दर्ज कराई गई है. अनेको जगह इस तरह से झूठे प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं.