लोकेश साहू, धमतरी। कोतवाली से ड्यूटी के बाद वापस घर लौट रहे एक प्रधान आरक्षक की गड्ढे में गिरने से मौत हो गई. इस हादसे के लिये पीएचई को जिम्मेदार बताया जा रहा है, जिसके कर्मचारियों ने सड़क के बीचोबीच गड्ढा खोदकर खुला छोड़ दिया था.

बताया जा रहा है कि सिटी कोतवाली धमतरी में पदस्थ प्रधान आरक्षक जगदीश मिर्धा रोज की तरह बुधवार को ड्यूटी के बाद रात में बाइक से अपने घर रुद्री लौट रहा था, इसी दौरान राधास्वामी सत्संग भवन के पास पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरकर घायल हो गया. उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें मसीही अस्पताल रेफर किया गया, जहां आज दोपहर करीब 2 बजे उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.

इधर होनहार पुलिसकर्मी के मौत की खबर मिलते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई. सूचना पाकर एसपी बीपी राजभानू, एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे, डीएसपी अरुण जोशी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी-कर्मचारी जिला अस्पताल पहुंचे थे. जहां पीएम के बाद शव को गृहग्राम आरंग के लिये रवाना किया गया.

घटना के बाद से पीएचई के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है. जनपद पंचायत धमतरी के सभापति जागेन्द्र पिंकू साहू ने बताया कि पीएचई द्वारा धमतरी- रुद्री मुख्यमार्ग में पाइप लाइन के लिए गड्ढा खोदकर खुला छोड़ दिया गया है. रात के अंधेरे में इस गड्ढे में गिरने के कारण कई लोगों को चोटें आई है. इसकी जानकारी देने के बाद भी विभागीय अधिकारियों पर कोई असर नहीं प़ड़ा है. विभाग के इस लापरवाही के कारण पुलिस विभाग ने अपने एक होनहार हवलदार को खो दिया.