बिलासपुर। अरपा नदी रिवर फ्रंट के साथ छह लेन वाली सड़क के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. निर्माण में बाधा बन रहे गोंडपारा और नदी किनारे स्थित अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई की गई. अब तक 900 परिवारों का व्यवस्थापन किया जा चुका है.

निगम का अतिक्रमण दस्ता कोतवाली पुलिस के साथ शनिवार को अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए गोंडपारा पहुंचा था. इस दौरान बेदखली की कार्रवाई का विरोध करने वाले हिंसक हो उठे और निगम कर्मी और पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया. कोतवाली पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई.

गोंड़पारा क्षेत्र में नदी किनारे मकानों में निवासरत परिवारों को सिलसिलेवार ढंग से वहां से हटाया जा रहा है. यहीं नहीं लगातार क्षेत्र के नागरिकों के साथ बैठक लेकर उन्हें समझाइश दी जा रही और निर्णय लिए जा रहे हैं. एक दिन पहले ही इन मकानों को तोड़ने पर सहमति बनी थी. लेकिन बावजूद इसके अतिक्रमणकारियों ने विरोध और हंगामा शुरू कर दिया.

बता दें कि अरपा नदी रिवर फ्रंड का काम सालों तक ठंडे बस्ते में रहने के बाद कलेक्टर सारांश मित्तर ने मुकाम तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. इसके लिए निर्माण क्षेत्र में आने वाले रहवासियों का हटाने के साथ व्यवस्थापन किया जा रहा है. अब तक 900 परिवारों का व्यवस्थापन किया जा चुका है. वहीं गोंडपारा और नदी किनारे रहने वालों से भी चर्चा करने के बाद ही शनिवार को कार्रवाई शुरू की गई थी.