बलौदाबाजार। न्यूनतम मजदूरी, बोनस सहित कई मांगों को लेकर तीन दिन से धरने पर बैठे अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के मजदूरों को छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन ने भी अपना समर्थन दे दिया है. छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के नंदकुमार कश्यप, रमाकांत बंजारे, आलोक शुक्ला ने संयुक्त रुप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अल्ट्राटेक कंपनी प्रबंधन को श्रमिक विरोधी करार दिया है.
उन्होंने बताया कि पिछले साल 3 जून अल्ट्राटेक मैनेजमेंट के साथ ही दो और यूनियन ने एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया था. जिसके बाद 42 रूपये की वेतन वृद्धि के साथ ठेका श्रमिक वेतन दिया जा रहा था. लेकिन बीते अप्रैल माह में कंपनी ने नया वेतन लागू करने के नाम पर बगैर किसी नोटिस के श्रमिकों के वेतन से 42 से 62 रूपये की कटौति कर दी है.
जो कि पूर्णता नियम विरुद्ध हैं. उन्होंने बताया कि न्यूनतम वेतन अधिनियम की धारा 2 A में स्पष्ट प्रावधान हैं कि कोई सेटलमेंट लागू है, तो उस अवधि में उस वेतन को पुनर्निधारण के नाम पर न्यूनतम वेतन पर नहीं लाया जा सकता है. उन्होंने अल्ट्राटेक कंपनी की इस कार्रवाई को एकतरफा और श्रमिक विरोधी बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रदेश में ज्यादातर कंपनियों में ठेका श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने सरकार से ऐसी सभी कंपनियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.