रायपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री निवास के सामने धमतरी निवासी युवक हरदेव सिन्हा के द्वारा आत्मदाह के प्रयास करने के मामले में दंडाधिकारी जाँच के आदेश दिए गए हैं. सरकार की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि कलेक्टर धमतरी द्वारा इस संबंध में प्राप्त प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन के आधार पर दंडाधिकारी जांच की जाएगी. जांच के लिए अनुविभागीय विभागीय दंडाधिकारी धमतरी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. कलेक्टर धमतरी ने जांच के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित की है.
दंडाधिकारी जांच के लिए जो बिन्दु निर्धारित किए गए है उनमें – यह घटना क्यों और किन परिस्थितियों में हुई ? घटना के पूर्व संबंधित किन-किन व्यक्तियों से मिला ? घटना के पीछे किसी की उत्प्रेरणा तो नहीं थी ? वह क्यों और किसके सहयोग से रायपुर आया, जबकि यात्री बसों का परिचालन बंद है ? क्या आत्मदाह का प्रयास के पूर्व इसकी लिखित सूचना किसी कार्यालय को दी गई थी ? यदि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था तो ईलाज के प्रयास परिवार वालों ने क्यों नहीं किया ? संबंधित का राशन कार्ड में नाम है कि नहीं ? क्या उन्हें विगत दो माह में राशन प्रदाय किया गया है कि नहीं ? इसके अलावा परिस्थितिजन्य अन्य कोई बिंदु जो जांच के लिए आवश्यक होंगे को शामिल किया जाएगा.
बता दें कि 29 जून सोमवार को हरदेव सिन्हा दोपहर के वक्त सीएम हाउस पहुँच गया था. इससे पहले कि वहाँ मौजूद सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते युवक ने खुद पर पेट्रोल डाल आग लगा. सुरक्षाकर्मियों तत्काल युवक को बचाने में जुट गए. आग जल्दी ही बुझा ली और उसे अस्पताल पहुँचा दिया गया. घटना के बाद युवक की हालत अभी ख़तरें से बाहर है.