नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन का 20 सालों से देश पर राज करने के बाद भी दिल नहीं भरा है. अब वह आजीवन राष्ट्रपति बनने की तैयारी कर रहे हैं. राष्ट्रपति के कार्यकाल में बढ़ोतरी के साथ अन्य संविधान में अन्य संशोधनों के लिए कराए गए मतदान में बहुसंख्यक जनता सुधारों के पक्ष में खड़ी है.

रूस चुनाव आयोग से मिले ताजा रुझानों के मुताबिक 87 फीसदी वोटों की गिनती में 77 फीसदी मतदाता संवैधानिक सुधारों के पक्ष में हैं. इन सुधारों के साथ पुतिन का कार्यकाल 2024 में शून्य हो जाएगा, इसके बाद वे फिर से 6-6 साल के लिए दो बार और राष्ट्रपति बने रह सकते हैं.

विपक्ष का आरोप है कि पुतिन इन संवैधानिक सुधारों के जरिए आजीवन राष्ट्रपति बने रहना चाहते हैं. पुतिन के आलोचकों में से एक अलेक्सी नवालनी संवैधानिक सुधारों के परिणाम को खारिज करते हुए कहते हैं कि ये नतीजे देश की जनता की सही राय को नहीं दिखाते.

बता दें कि संवैधिनिक सुधारों को लेकर रूस में बीते सप्ताह वोटिंग शुरू हुई थी. रूस में सात दिनों तक मतदान की प्रक्रिया चली. चुनाव आयोग के मुताबिक़, इसमें मतदान प्रतिशत 64% रहा था. इस दौरान मास्कों और सेंट पीटर्सबर्ग में अनेक लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया.