रायपुर। रायगढ़ में दिन दहाड़े फिल्मी स्टाइल में कैश वैन से 14 लाख 50 हजार की लूट और हत्या की घटना को अंजाम देने वाले बंदूकबाज बाईकर्स को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रायगढ़ पुलिस को यह कामयाबी महज 10 घंटे ही मिल गई. दोनों आरोपी के पास लूटे गए रकम और हत्या में इस्तेमाल किए गए पिस्टल भी बरामद कर लिए गए हैं.
आईजी दीपांशु काबरा आज इस पूरे मामले का खुलासा दोपहर रायगढ़ में करेंगे. लेकिन इससे पहले उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी ट्विटर पर दी है. उन्होंने रायगढ़ पुलिस को इस सफलता के लिए बधाई दी है. आईजी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद और मुखबिर की सूचना के आधार पर दोनों ही आरोपी पकड़ लिए गए हैं. पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का खुलासा होगा.
murder-cum-loot of 14.5 Lacs from ATM Cash-Van at Raigarh was cracked within 10 hours of incidence. Bikers had shot dead driver & injured guard. The two accused caught with cash & weapons. lead from Informant of a constable ,nakabandi & CCTVs helped. Kudos to Raigarh Police!
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) July 4, 2020
बता दें कि कल दोपहर लगभग 13.55 बजे थाना कोतरारोड़ अन्तर्गत किरोड़ीमलनगर आजाद चौंक स्थित SBI के एटीएम में पैसा डालने आए कैश वैन को बाइक सवार दो नकाबपोश लुटेरों द्वारा निशाना बनाया था. आरोपियों द्वारा कैशवेन के ड्राइवर और गार्ड (गनमैन) को गोली मारकर मौके से करीब 14. लाख 50 रुपए लूटकर चिराईपाली के रास्ते भूपदेवपुर की ओर भाग गए थे. घटना में ड्रायवर की मृत्यु हो गई है तथा घायल गार्ड (गनमैन) को इलाज के लिए जिंदल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.।
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, शहर के सभी थाना/चौकी प्रभारी घटनास्थल पहुंचे थे. पुलिस कन्ट्रोल रूम के पाइंट से पूरे जिले की सीमाएं सील कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के लिए नाकेबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया.
घटनास्थल निरीक्षण पर करीब 06 राउंड गोली मौके पर चलने की जानकारी मिली है, आरोपीगण CD डिलक्स बाईक में थे जो नीले रंग की ट्रैकशुट पहने थे. पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल एवं आरोपियों के भागने वाले रास्तों में लगे CCTV कैमरों का फुटेज निकलवाया गया.
बिलासपुर रेंज आई.जी. दीपांशु काबरा भी घटना की सूचना मिलते ही सड़क मार्ग से रायगढ़ पहुंचे, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार घटनास्थल का मुआयना कर घटना की विस्तृत जानकारी लेकर पुलिस टीम को माल मुल्जिम की पतासाजी के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये थे. वहीं सूचना देने पर 20000 का इनाम घोषित किया गया. इसके साथ ही पुलिस की अलग-अलग आठ टीमें बनाकर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी.