रायपुर। कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह द्वारा लगाये जा रहे आरोपों पर तंज कसते हुए कहा है कि डॉ रमन सिंह “नौ सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को” वाली बात को छत्तीसगढ़ की ढ़ाई करोड़ जनता के सामने चरितार्थ कर रहे हैं।
विकास उपाध्याय ने आज प्रेस को जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह द्वारा राज्य सरकार को लेकर आये दिन अनर्गल बयान बाजी पर कहा डॉ. रमन सिंह जी झूठ के पाँव नही होते। जब आपको 15 साल का समय मिला था तो आपने सिवाय लूट के किया कुछ नहीं और अब आये थे हरिभजन को ओटन लगे कपास की बात कर रहे हैं। इससे न आपको कोई फायदा होने वाला है न आपकी पार्टी को।
विकास उपाध्याय ने ये भी कहा कि आपने अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ का चीरहरण कर रख दिया और रमन सिंह की ये सोच अभी गई नही और सब को अपने समान समझने की भूल कर रहे हैं, “आप डूबे तो जग डुबा” गलत समझने वाला व्यक्ति सब को गलत ही समझता है।
विकास उपाध्याय ने डॉ.रमन सिंह से पूछा कि छत्तीसगढ़ में जो लाखों लोग बेरोजगार हैं क्या ये बेरोजगारी पिछले 18 महीने में बढ़ी है क्या? आप तो 15 साल तक पूर्ण बहुमत के साथ राज किये तो क्या आपकी जिम्मेदारी नही थी, कि इन बेरोजगारों के लिए कुछ करते। आप तो जिस यू पी, बिहार की बात कर रहे हैं। उनको अपने दौर में ही आयातित कर छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों का रोजगार छीन लिया था। विकास उपाध्याय ने कहा डॉ.रमन सिंह अपने कार्यकाल के तीन चुनावों के घोषणा पत्र का एक बार अवलोकन कर लें और कांग्रेस के घोषणा पत्र का तुलनात्मक अध्ययन कर लें तो स्पष्ट हो जाएगा कि भूपेश सरकार ने अपने 18 माह के अल्प कार्यकाल में 36 में से 22 घोषणा पूरी कर आपके 15 वर्ष के कार्यकाल को किस कदर चुनौती दी है।
विकास उपाध्याय ने अपने बयान में ये भी कहा की डॉ.रमन सिंह मुख्यमंत्री रहते परिवार वाद को ज्यादा महत्व दिया। बेटे से दामाद तक 15 साल तक सत्ता के केन्द्र बिन्दु बने रहे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को आइना दिखाते हुए कहा हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी परिवार है पर क्या आपने कभी इनके सदस्यों को सत्ता का हिस्सा बनते देखा है। विकास उपाध्याय ने कहा एक विधायक के नाते मैं कह सकता हूँ, जिस तरह से संघर्ष कर मैं इस मुकाम में आ कर जनता की जरूरतों को समझ रहा हूँ। उससे कहीं ज्यादा हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समझते हैं और यही वजह है कि उनकी दूरदर्शी सोच ने राजीव न्याय योजना से लेकर गोधन न्याय योजना तक जा पहुँची है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति से ओत प्रोत किसी योजना में यदि ग्रामीण अंचलों के नवयुवकों को रोजगार मिले ये सोच सिर्फ भूपेश बघेल जैसे व्यक्ति में आ सकता है।
विकास उपाध्याय ने 15 वर्ष के भ्रष्टाचार को याद करते हुए आशंका जाहिर की है कि पूर्व मुख्यमंत्री बार बार अपने कार्यकाल में पुलिस भर्ती की शुरू की प्रक्रिया को कांग्रेस शासन काल मे निरस्त करने की बात बार बार उठाते रहते हैं, तो क्या इसके दाल में भी काला तो नहीं था!उन्होंने कहा अब पुलिस भर्ती में सिर्फ छत्तीसगढ़ के निवासी ही भाग ले सकेंगे और निष्पक्ष व पारदर्शी होगा। विकास ने विपक्ष के हर आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा अब इनके पास बोलने कुछ है नहीं। इनको प्रदेश की जनता देख चुकी। अब छत्तीसगढ़ में नए युग का दौर शुरू हो चुका है जो भूपेश बघेल के नेतृत्व में एक विकसित प्रदेश की ओर अग्रसर है।